
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क आने वाले दिनों में गांवों के बीपैक्स सेंटरों को वन स्टॉप मार्केट के तौर पर विकसित किया जाएगा. कृषि सोसाइटियों में अब यूरिया और दूसरे कृषि संबंधी उत्पादों के अलावा जन सेवा केंद्र, जन औषधि केंद्र, खाद्य प्रसंस्करण, एटीएम जैसी प्रमुख सेवाएं मिल सकेंगे. किसानों के अलावा भूमिहीन श्रमिक भी इन सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे.
तेजी से फैलते नगरीय क्षेत्रों और विकास योजनाओं के चलते भूमि अधिग्रहण होने के चलते जिले में कृषि योग्य भूमि तेजी के साथ सिकुड़ती जा रही है. हर बार के परिसीमन में बहुत से गांव में ग्राम पंचायत के स्थान व नगर पंचायत या नगरपालिकाओं का हिस्सा बन जाते हैं. वहीं, कई दूसरे कारणो से भी कृषि आधारित आबादी भी घट रही है. ऐसे में गांवों की कृषि सोसाइटियों का प्रासांगिक बनाए रखने के लिए सहकारी विभाग गैर कृषि संबंधी सेवाओं के साथ जोड़ रहा है.
इसके लिए जिले की जिले की डासना, डिडौली, मोरटा, करीमनगर, कटियार, सैदपुर समेत कुल कृषि सोसाइटियों को वन स्टॉप मार्केट के तौर पर विकसित किया जाएगा. इन केंद्रों पर आने वाले किसान को खाद्य और बीज के अलावा जन सेवा केंद्र, जन ओषघि केंद्र, खाद्य प्रसंस्करण, एटीएम जैसी सेवाऐं प्राप्त कर सकेंगे. जिले में कई स्थानों पर कृषि सोसाइटियों मे जनसेवा व औषधि केंद्र शुरू भी हो चुके हैं. एटीएम की सेवा के लिए इच्छुक बैंकों से बात की जा रही है.
फसल प्रसंस्करण का उठा सकेंगे लाभ देखने में आया है कि भरपूर पैदा होने के बाद भी कई बार किसानों को फसल प्रसंस्करण की सुविधा होने के चलते उचित दाम नहीं मिल पाता है. किसानों की परेशानी को देखते हुए सहकारी विभाग ने हाल ही में इनवैक्टस नाम एफपीओ के साथ हाथ मिलाया है. उक्त एफईपीओ फसल प्रसंस्करण के क्षेत्र में कार्यरत है. यदि तय समय के अनुसार योजना पूर्ण हुई तो आने वाले समय में किसानों को फसल के प्रसंस्करण हेतू दूर नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि कृषि सोसाइटियों में फसल प्रसंस्करण की सुविधा उपलब्ध होगी.
गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क