उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मुरादनगर गंगनहर की दाईं पटरी के चौड़ीकरण का काम लगभग चार साल बाद भी शुरू नहीं हो सका. मुजफ्फरनगर तक पटरी का चौड़ीकरण किया जाना है. शासन से परियोजना को मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन पर्यावरण मंत्रालय से पेड़ शिफ्ट करने की अनुमति नहीं मिल पा रही.
गंगनहर की दाईं पटरी को एक से दो लेन किया जाएगा. यह पटरी इस समय जर्जर है. लोक निर्माण विभाग को लगभग चार साल पहले चौड़ीकरण का काम शुरू कराना था. गाजियाबाद की सीमा में गंगनहर 12.5 किलोमीटर है. पटरी के जर्जर होने से इसका इस्तेमाल नहीं किया जा रहा. इसके चौड़ीकरण का सबसे ज्यादा लाभ कांवड़ियों को मिलेगा. शासन ने कांवड़ियों के लिए ही पटरी के चौड़ीकरण की अनुमति दी है. इस योजना पर लंबे समय से काम चल रहा है. शासन ने लोक निर्माण विभाग मेरठ को परियोजना का नोडल बनाया है. करीब दो साल पहले निर्माण कार्य शुरू कराने की सभी औपचारिकता पूरी हो गई थी. इसके बाद भी कार्य शुरू नहीं हो रहा. निर्माण कार्य शुरू करने से पहले एक लाख पेड़ शिफ्ट होने हैं. कुछ जगह पेड़ काटने की जरूरत भी पड़ेगी. पर्यावरण मंत्रालय से अनुमित नहीं मिल रही है. इस कारण कार्य का इंतजार बढ़ता जा रहा है. पटरी के चौड़ीकरण नहीं होने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है.
मौजूदा समय में एक पटरी पर चल रहे वाहन गंगनहर पटरी पर एक तरफ वाहन चलते हैं. इस कारण वाहनों का दबाव रहता है. इससे सड़क हादसे हो रहे हैं. कांवड़ यात्रा के दौरान वाहनों के चलने पर रोक लगा दी जाती है. ऐसे में लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है. दाईं पटरी के चौड़ीकरण से वाहनों के चलने पर प्रतिबंध नहीं होगा. दाईं पटरी पर कांवड़ियां चलेंगे जबकि दूसरी तरफ वाहन चलते रहेंगे. लोगों को भी परेशानी नहीं होगी.
गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क