![Nainital में साइबर ठगों ने मामा बनकर की ठगी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से कॉल करने का शक; 20 मामले दर्ज](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/ed766065746e2b7398bce6e92767a2b9.jpeg?width=730&height=480&resizemode=4)
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क मोटे ब्याज का लालच देकर हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी के मामले की जांच में पता चला है कि कंपनी का मालिक सैय्यद अहमद जफीर चार महीने पहले ही दुबई भाग गया. इससे पहले उसने कंपनी का जिम्मा अकाउंट हेड पूजा को सौंप दिया था. पुलिस का कहना है कि फरार आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है.
प्रताप विहार में आस्था हॉस्पिटल के पीछे स्थित रॉयलफाइन इंडिया निधि लिमिटेड कंपनी ने मोटे ब्याज का झांसा देकर लोगों से ठगी की थी. कंपनी वर्ष 2019 से शुरू हुई थी. पिछले कुछ दिनों से कलेक्शन एजेंट के नहीं आने और कंपनी प्रबंधक विशाल उपाध्याय का मोबाइल बंद होने के बाद लोगों को शक हुआ. 18 को लोग कंपनी पहुंचे तो वहां ताला लगा मिला. खोजबीन करने पर पता चला कि कंपनी लोगों के करोड़ों रुपये लेकर भाग गई है.
इसके बाद विजयनगर पुलिस ने 20 को नसरतपुरा निवासी आकाश तायल की शिकायत पर कंपनी के मालिकों सैय्यद मोहम्मद जफीर, उसके भाई सैय्यद मोहम्मद अहसान के अलावा अकाउंट हेड पूजा प्रसाद, मैनेजर विशाल उपाध्याय, एएसएम साहिल सैफी, ललित चौधरी और समीर सैफी के खिलाफ धोखाधड़ी, फर्जी रजिस्ट्रेशन, दस्तावेजों में हेराफेरी और अमानत में ख्यानत का केस दर्ज किया था.
एसीपी कोतवाली प्रियाश्री पाल ने बताया कि जांच में पता चला है कि कंपनी मालिक सैय्यद अहमद जफीर चार महीने पहले ही अकाउंट हेड पूजा प्रसाद को कंपनी की जिम्मेदारी सौंपकर दुबई फरार हो गया था. उसके अलावा कंपनी में निदेशक उसका भाई सैय्यद मोहम्मद अहसान और पत्नी ईरम अंजुम भी भूमिगत हो गई. वहीं, कंपनी पर ताला लगने से दो-तीन दिन पहले अकाउंट हेड पूजा प्रसाद भी फरार हो गई. एसीपी कोतवाली का कहना है कि मुकदमे में नामजद कराए आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद ही गबन की गई रकम की सटीक जानकारी मिल सकेगी.
गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क