
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क वकीलों की हड़ताल के कारण तीन दिन में दो हजार से ज्यादा रजिस्ट्री के टोकन रद्द किए गए. जनपद की तीनों तहसील स्थित सब रजिस्ट्रार कार्यालयों में कोई रजिस्ट्री पेश नहीं हुई.
हापुड़ में अधिवक्ताओं पर पुलिस लाठीचार्ज के बाद अधिवक्ता हड़ताल पर हैं. से अधिवक्ताओं ने रजिस्ट्री कार्य को भी बंद कर दिया. इस कारण जिले की सदर, मोदीनगर और लोनी तहसील में कोई रजिस्ट्री नहीं हुई. लोगों को बिना रजिस्ट्री के वापस लौटना पड़ रहा है. जिन लोगों ने रजिस्ट्री के लिए टोकन लिए थे, वह भी रद्द कर दिए गए. अधिवक्ताओं के साथ बैनामा लेखक भी इस हड़ताल में शामिल हैं. गाजियाबाद निबंधन विभाग में पांच सब रजिस्ट्रार कार्यालय हैं. इसके अलावा एक- एक कार्यालय लोनी और मोदीनगर तहसील में भी है. सभी कार्यालय में रोजाना 100 रजिस्ट्री का एवरेज है. 700 से ज्यादा रजिस्ट्री रोजाना होती है. रजिस्ट्री कराने से पहले विभाग से टोकन लेने की जरूरत पड़ती है. तीन दिनों से रजिस्ट्री कार्य बंद होने से दो हजार टोकन को रद्द किया जा चुका है.
वहीं, लाठीचार्ज के विरोध में प्रदर्शन कर रहे अधिवक्ताओं ने प्रदेश सरकार का पुतला फूंक कर विरोध जताया. वकीलों का कहना था कि लगातार 16 दिन से न्यायिक कार्य से विरत रहने और 10 दिन से धरने पर बैठने के बाद भी प्रदेश सरकार हापुड़ पुलिस प्रशासन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है.
गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क