उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क नंदग्राम थानाक्षेत्र में सोनीपत निवासी जेसीबी संचालक की 11 वर्षीय बेटी को अगवा कर 30 लाख की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है. बच्ची नंदग्राम में अपने नाना-नानी के पास रहती थी. पीड़ित पिता की शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस बच्ची की बरामदगी के प्रयास में जुट गई है. बच्ची की बरामदगी के लिए क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमें गठित की गई है.
सोनीपत हरियाणा के टोकी मनोली निवासी मोन सिंह की शादी नंदग्राम के नई बस्ती निवासी ममता के साथ हुई थी. वर्ष 2015 में मोन सिंह का देहांत होने के बाद ममता की शादी उसके देवर सोनू से कर दी गई . सोनू दो बेटों और एक बेटी का पिता है.
सबसे बड़ी बेटी 11 वर्षीय खुशी बचपन से ही नई बस्ती निवासी नाना बिजेंद्र और नानी शांति के पास रहती है. वह नई बस्ती के ही एक स्कूल में कक्षा तीन की छात्रा है. मंगलवार सुबह करीब दस बजे बिजेंद्र और शांति पशुओं के लिए खेत से चारा लेने चले गए, जबकि खुशी घर पर थी. दोपहर करीब साढ़े 12 बजे घर लौटे तो दरवाजा बाहर से बंद मिला. उन्होंने सोचा कि खुशी आसपास कहीं खेलने चली गई होगी. लेकिन, दोपहर करीब 1.42 बजे सोनीपत में सोनू के पास अनजान नंबर से कॉल कर कहा गया कि खुशी उनके पास है. तीन दिन में 30 लाख रुपये का इंतजाम कर लो, नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना. सोनू ने अपने साले सतीश को फोन करके खुशी के बारे में पूछा तो उसने जानकारी से इनकार कर दिया. इसके बाद नाना बिजेंद्र, नानी शांति, मामा सतीश और मामी उसकी तलाश में जुट गए. दोपहर करीब तीन बजे नाना-नानी ने नंदग्राम पुलिस को खुशी के अपहरण की सूचना दी.
गाजियाबाद न्यूज़ डेस्क