Gaya मनसरवा नाला पर अतिक्रमण, नहीं होती सफाई, वार्ड संख्या 46 के पंतनगर, अशोक विहार व मधुसूदन कॉलोनी के लोग बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या झेलने को होते हैं विवश

बिहार न्यूज़ डेस्क शहर स्थित वार्ड संख्या 46 के पंतनगर, अशोक विहार तथा मधुसूदन कॉलोनी के लोग बरसात के दिनों में जलभराव की समस्या झेलने को विवश हो जाते हैं. करीब छह हजार घरों की आबादी वाले इन तीनो मोहल्लों में जल निकासी का एक मात्र महत्वपूर्ण संसाधन मनसवा नाला है. मनसरवा नाला का अतिक्रमण रहने के कारण सफाई का कार्य अवरुद्ध है. इससे बरसात के दिनों में पानी का निकास होने में दिक्कतें आती है.
मोहल्लों में सड़कों पर जलजमाव की स्थिति बढ़ जाती है. इतना ही नहीं, कुछ घरों में भी बरसात का पानी प्रवेश कर जाता है. वर्तमान में मनसरवा नाला की सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है. मनसरवा नाला को पूरी तरह से अतिक्रमण जैसे समस्या का सही समाधान नहीं होने से बरसात में हालत यह हो जाता है कि वार्ड में गंदा पानी मकानों के अंदर तक प्रवेश कर जाता है.
सात साल पूर्व उत्पन्न हुई थी बाढ़ की स्थिति नगर निगम क्षेत्र में पंत नगर, मधुसूदन कॉलोनी तथा अशोक विहार करीब दो दशक पूर्व बसा है. धीरे-धीरे आबादी काफी बढ़ी है, लेकिन संसाधन नहीं बढ़ने व पानी की निकास की सही व्यवस्था नहीं होने के कारण वर्ष 2016 में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई थी. उस दौरान अधिकतर घर पानी में डूब गए थे. भयावह स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को यहां आना पड़ा था. मुख्यमंत्री खुद इन मोहल्ले में का दौरा कर बाढ़ जैसे उत्पन्न जलभराव की स्थिति से अवगत हुए थे. उन्होंने उस दौरान जल निकासी का एकमात्र महत्वपूर्ण संसाधन मनसरवा नाला को अतिक्रमण से मुक्त कराते हुए इसे उड़ाई कराने का आदेश दिया था. इस आदेश का पालन हुआ और अतिक्रमण भी हटाया गया तथा नाला का उड़ाही भी किया गया, लेकिन अभी भी काफी आगे पर अतिक्रमण कायम है, जिस कारण नाला का सही तरीके से सफाई और उड़ाही का कार्य नहीं हो पा रहा है. यही कारण है कि बरसात के दिनों में सही तरीके से पानी का निकास नहीं होने के कारण मुहल्लों के सड़कों पर जलभराव की स्थिति बन जाती है. जलभराव की समस्या से त्रस्त मोहल्लावासी पूरी तरह परेशान हो जाते हैं. स्कूल आने वाले बच्चे गंदे पानी से होकर स्कूल जाते हैं. गंदे पानी से उठने वाली दुर्गंध के कारण भी लोग परेशान हो जाते हैं.
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