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Gaya  सावधान! बुखार उतरने के बाद भी डेंगू छोड़ रहा है घातक प्रभाव, कोरोना पीड़ित रहे लोगों को डेंगू होने से खांसी की भी आ रही है समस्या
 

AlwarNews: 6 माह में सिर्फ 2 मरीज मिले, अगर घराें में पनपने वाला लार्वा खत्म नहीं किया ताे बढ़ सकता है डेंगू का खतरा


बिहार न्यूज़ डेस्क  जीनोम सीक्वेंसिंग में भले ही डेंगू का अलग और नया वैरिएंट नहीं मिला है लेकिन पुराना दिल्ली वैरिएंट ही लोगों में अलग-अलग प्रभाव छोड़ रहा है. इस बार के डेंगू पीड़ित लोगों में से कुछ में शुरुआती दो से तीन दिनों तक बुखार रह रहा है, फिर बुखार उतर जा रहा है. उसके बाद भी पीड़ित को राहत नहीं मिल रही है.


पीड़ित के सिर, शरीर, जोड़ों में और आंखों के पीछे दर्द के साथ बहुत ज्यादा कमजोरी महसूस होने लग रही है. प्लेटलेट्स में अचानक भारी गिरावट हो रही है. इसी तरह कोरोना संक्रमित रहे लोगों में भी इसका अलग प्रभाव पड़ रहा है. उनमें तेज बुखार के साथ खांसी और फेफड़े में संक्रमण की भी शिकायत मिल रही है. पटना के अस्पतालों की ओपीडी में नियमित तौर पर ऐसे मरीज पहुंच रहे हैं.
पारस अस्पताल में अबतक 25 से ज्यादा डेंगू पीड़ित प्लेटलेट्स में भारी गिरावट और कमजोरी की शिकायत के साथ भर्ती हो चुके हैं. उनके इलाज से जुड़े पल्मोनरी के हेड डॉ. प्रकाश सिन्हा और उनकी टीम द्वारा इस बार डेंगू मरीजों के लक्षण, उनपर प्रभाव का अध्ययन भी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कई लोगों में बुखार उतरने के दो तीन दिनों के बाद डेंगू के सभी लक्षण जिनमें शरीर पर लाल चकता, खुजली, आंखों के पीछे दर्द आदि शामिल है, दिखाई देने लगता है.
दानापुर के 24 वर्षीय मनीष कुमार (बदला नाम) एक सप्ताह पहले बुखार से पीड़ित हुए. दो दिनों के बाद बुखार ठीक हो गया. दो दिन पहले उनको भारी कमजोरी, शरीर पर लाला दाना हुआ. परिजन उनको लेकर पारस अस्पताल पहुंचे. जांच में डेंगू निकला, उनका प्लेटलेट्स गिरकर सात हजार पर पहुंच गया था.
पटना के छज्जूबाग निवासी 47 वर्षीय रमाशंकर सिंह (बदला नाम) एक सप्ताह पहले बुखार हुआ था. पारासिटामोल खाने के बाद बुखार दो दिनों में उतर गया. लेकिन उनको अचानक बहुत कमजोरी महसूस होने लगी. उन्होंने खून की जांच कराई. डेंगू निकला व प्लेटलेट्स गिरकर 13 हजार तक पहुंच गया था. उन्हें पारस में भर्ती कराया गया.
वायरल और डेंगू में अंतर नहीं कर पाते लोग
एम्स पटना के श्वसन विभाग के हेड डॉ. दीपेंद्र राय ने भी दो दिन में बुखार उतरने को चिंताजनक बताया. कहा लोग वायरल और डेंगू में अंतर नहीं कर पाते हैं. ऐसे में बुखार उतरने के बाद भी लोगों में को डेंगू की जांच जरूर करा लेनी चाहिए. डॉ. दीपेंन्द्र, डॉ. अजय सिन्हा, डॉ. प्रकाश सिन्हा का कहना है कि बुखार लगातार रहने से यह पता चलता है कि शरीर संक्रमण से लड़ रहा है.
डेंगू से बचने के उपाय
● खूब पानी पीएं, तरल, पौष्टिक और सुपाच्य खाना खाएं
● सिर्फ डॉक्टर के सलाह से ही दवा लें, दवाओं का सेवन समय से करें
● खुजली, लाल चकता, नाक से खून आए तो तत्काल भर्ती हों
● प्लेटलेट्स व सेप्सिस (संक्रमण) की जांच समय-समय पर कराएं


गया न्यूज़ डेस्क 
 

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