
हरियाणा न्यूज़ डेस्क, खाने की थाली में स्वाद के लिए लाल मिर्च, जीरा और गर्म मसाले का बड़ा महत्व होता है. मसालों के दाम में उछाल के कारण खाने का स्वाद फीका हो गया है. महज कुछ माह के अंदर मसालों के दाम ने डेढ़ से दोगुने का अंतर आ गया है. जिसके कारण आम आदमी परेशान हो गया है.
बढ़ती महंगाई ने महिलाओं की रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. खाद्य तेल और आटा-दाल के साथ ही मसालों पर भी महंगाई की मार पड़ने लगी है. इसका सीधा असर रसोई के बजट पर पड़ रहा है. जिस कारण महिलाओं में खासी नाराजगी है. रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाले मसालों की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गया है. जीरा के रेट तीन गुना बढ़ने के चलते गर्म मसाला 800 की बजाय 900 रुपये किलो हो गया है. सबसे ज्यादा जीरा के रेट में तेजी आई है. जो जीरा कुछ महीनों पहले तक 200 रुपये किलो बिक रहा था आज वहीं जीरा 600 रुपये किलो बिक रहा है.
इसके अलावा लाल मिर्च के रेट में भी काफी उछाल आया है. जो लाल मिर्च दो माह पहले 250 रुपये किलो बिक रही थी, आज वहीं मिर्च 400 रुपये किलो पहुंच गई है. इसी प्रकार 200 रुपये किलो बिकने वाली सौंफ अब 400 रुपये किलो पहुंच गई है.
जमाखोरों की वजह से मसालों के दामों में इतनी तेजी आई है. अगर सरकार ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ाई करे तो दाम कम हो जाएंगे. जो जीरा पहले 200 रुपये प्रति किलो मिल रही थी, उसकी कीमत बढ़कर 600 रुपये किलो हो गई है. इसी तरह लाल मिर्च 250 रुपये किलो से बढ़कर 400 रुपये किलो मिल रही है. सौंफ के रेट 200 से 400 रुपये हो गए.
-अमित कुमार, बल्लभगढ़ के मसाला विक्रेता
सभी चीज मंहगी होती चली जा रही है. जिसके कारण रसोई का बजट बढ़ गया है. सरकार महंगाई पर रोक लगाने के लिए काई ठोस कदम उठाने की जरूरत है.
-ज्योति अरोड़ा, चावला कॉलोनी, बल्लभगढ़
मसालों के दाम बहुत ज्यादा बढ़ गए हैं. इसलिए अब इनका उपयोग काफी संभालकर करना पड़ता है. जिसके कारण स्वाद और महक में फर्क आ गया है.
-प्रीति शर्मा, ब्राह्मण वाडा, बल्लभगढ़
फरीदाबाद न्यूज़ डेस्क !!!