
हरियाणा न्यूज़ डेस्क, प्रदूषण फैला रही 22 डाइंग इकाइयों पर बुलडोजर चलाने की तैयारी की जा रही है. प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने इसकी सूची नगर निगम को सौंपी है. नगर निगम अगले सप्ताह इन अवैध रूप से चल रही इकाइयों पर कार्रवाई करेगा.
प्रदूषण नियंत्रण विभाग ने नगर निगम को इन अवैध यूनिट को ध्वस्त करने की कार्रवाई के लिए लिखा है. ये अधिकांशत डाइंग यूनिट अंगवानपुर, पल्ला, मवंई, सेहतपुर, धीरज नगर, टीटू कॉलोनी आदि इलाको में हैं. इनमें अधिकांश में जींस के कपड़ों पर रंग चढ़ाया जाता है. जिससे खतरनाक रसायन नाले में छोड़ा जाता है.
साथ ही इनसे जलप्रदूषण के अलावा वायु प्रदूषण भी फैलता है. इनसे खतरनाक औद्योगिक अपशिष्ट बिना शोधन के नालों (ड्रेन) में छोड़ा जाता है. इन इलाकों से बुढिया नाले के माध्यम से यमुना नदी में रोज बगैर शोधित किए हुए ही करीब 300 एमएलडी सीवर व नाले का का गंदा पानी पहुंच रहा है. कुछ इकाइयों द्वारा रसायनयुक्त पानी को ड्रिल करके जमीन में समाया जा रहा है, जो भूजल को जहरीला बना रहा है.
अनापत्ति प्रमाण पत्र आवश्यक
राज्य प्रदूषण नियंत्रण विभाग की नई नीति के तहत डाइंग यूनिट चलाने के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र आवश्यक है. औद्योगिक इकाइयों से पहले ही जमानत राशि जमा करवाई जाती है.
नगर निगम प्रशासन को 22 डाइंग इकाई पर कार्रवाई के लिए लिखा है. ये सभी अवैध रूप से चल रही है. इनमें से कई के खिलाफ पुलिस में शिकायत भी दर्ज हैं. -स्मिता, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण विभाग
फरीदाबाद न्यूज़ डेस्क !!!