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Faizabad रामायण व वैदिक शोध संस्थान को मिलेगा नया ठौर

रामायण से जुड़ी इन जगहों पर लें वेकेशन का आनंद
 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क   उत्तर प्रदेश संस्कृति विभाग की स्वायत्त शासी संस्था अयोध्या शोध संस्थान को वैश्विक पहचान दिलाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सितम्बर 2023 में ही घोषणा कर दी थी. उन्होंने अयोध्या शोध संस्थान का नामकरण अन्तर्राष्ट्रीय रामायण एवं वैदिक शोध केंद्र (आईआर वीआर सी), अयोध्या करने की घोषणा की थी. इसके साथ ही उन्होंने यह घोषित किया कि अतिरिक्त भूमि लेकर शोध केंद्र के नये भवन का निर्माण कराया जाएगा. इस बीच  प्रदेश सरकार ने बजट में दस करोड़ की धनराशि का प्रावधान कर एक कदम आगे बढ़ा दिया है. इससे संस्थान को नया ठौर मिलने की उम्मीद बढ़ गयी है.
शोध संस्थान के निदेशक डा लवकुश द्विवेदी ने बताया कि आईआरवीआरसी के नये भवन के लिए जमीन की तलाश की जा रही है. इसके कुछ स्थानों पर भूमि का चिन्हित भी की गयी है. उन्होंने बताया कि बजट का प्रावधान होने के बाद जल्द ही भूमि क्रय कर नये भवन का निर्माण कराया जाएगा. फिलहाल अयोध्या शोध संस्थान का अपना भवन तुलसी स्मारक भवन रायगंज मोहल्ले में स्थित है. मुख्यमंत्री योगी ने इस भवन के सुदृढ़ीकरण व सौन्दर्यीकरण के लिए पहले करीब 17 करोड़ के बजट का प्रावधान किया था. इसके सापेक्ष दस करोड़ से अधिक धनराशि का आवंटन भी कार्यदाई संस्था को किया जा चुका है. संस्कृति विभाग की ओर से अयोध्या

शोध संस्थान की स्थापना 18 अगस्त 1986 में की गयी थी. तब से लेकर अब तक संस्थान की ओर से करीब दो सौ ग्रंथों का प्रकाशन किया जा चुका है. यही नहीं यहां विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों के लिए सुलभ संदर्भ ग्रंथ के रूप में करीब दस हजार ग्रंथों का ग्रंथागार भी मौजूद है.
रामलीला संरक्षण व संवर्धन का भी दायित्व निभा रहा संस्थान: यूनेस्को की ओर से रामलीला को हेरिटेज श्रेणी में शामिल करने के बाद अयोध्या शोध संस्थान ने रामलीला के संरक्षण व संवर्धन की भी जिम्मेदारी संभाली. इस दायित्व को ग्रहण करने के बाद संस्थान द्वारा दक्षिण एशियाई व लैटिन अमेरिकी देशों में भी भारतीय शैली की पारम्परिक रामलीला का मंचन विभिन्न देशों में कराया. विदेशी रामलीला कलाकारों को भी यहां मंच प्रदान कर भारत व सम्बन्धित देशों के बीच सांस्कृतिक सम्बन्धों को भी प्रगाढ़ बनाने में भूमिका निभाई. पिछले सात सालों से अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव के अवसर पर भी हर साल विदेशों से रामलीला मंचन के लिए कलाकार यहां आ रहे हैं. इस बार भी रुस, श्रीलंका, सिंगापुर व नेपाल के कलाकार आए हैं. महोत्सव में छह देशों श्रीलंका, सिंगापुर, इंडोनेशिया, फिजी, थाईलैंड व नेपाल के कलाकारों के कार्यक्रम 24 से 28  2024 को हुए.


फैजाबाद न्यूज़ डेस्क

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