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Faizabad रामलला के ललाट पर नहीं हो सकेगा सूर्य तिलक

Ramlala Pran प्रतिष्ठा के बाद तस्वीरों में देखें रामलला की पहली झलक, यहां कीजिए भगवान श्रीराम के दर्शन

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र की भवन निर्माण समिति की दो दिवसीय बैठक का  समापन हो गया. दूसरे दिन की बैठक सर्किट हाउस में की गयी. इस बैठक में सीबीआरआई के वैज्ञानिकों की टीम के प्रेजेंटेशन के बाद तय हो गया है कि इस राम नवमी के अवसर पर रामलला के ललाट पर सूर्य किरणों से अभिषेक किया जाना संभव नहीं हो पाएगा. यद्यपि वैज्ञानिकों ने यह प्रयास जरूर किया था कि 161 फिट ऊंचे शिखर के निर्माण से पहले ही किसी कोण से सूर्य किरणों को परावर्तित कर रामलला के ललाट तक पहुंचाया जाए लेकिन उनकी तकनीक प्रभावी नहीं हुई. इसके कारण तय किया गया कि शिखर निर्माण के बाद ही यह प्रयोग किया जाएगा.

श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय ने इसकी पुष्टि की. उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों की तकनीक शिखर के पूरा होने पर ही काम करेगी. उन्होंने राम नवमी मेला की तैयारियों के विषय में बताया कि कई विषयों पर मंथन चल रहा है. उन्होंने कहा कि रामनवमी पर  से 30 लाख भक्त आएंगे लेकिन एक दिन में इतने लोग नहीं आ सकेंगे, इससे जाहिर है कि वह दो चार दिन पहले से आएंगे तो स्वाभाविक है कि उनकी वापसी में दो दिन लगेंगे. इस दौरान समस्या यह होगी कि उन्हें भोजन कहां मिलेगा. रात्रि निवास कैसे करेंगे. शौचालय की व्यवस्था कहां होगी, ट्रैफिक कंट्रोल कैसे होगा. भगवान के दर्शन कैसे होंगे. इसकी चिंता की जा रही है. वैसे प्रशासन व तीर्थ क्षेत्र सुरक्षा व्यवस्था के साथ श्रद्धालुओं की सुविधाओं पर फोकस रखेगा.

तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने बताया कि 10  को लगभग सवा दो लाख लोगों ने रामलला के दर्शन किया. इसी तरह 17  को लगभग डेढ़ लाख लोगों ने दर्शन किए. सामान्यतया प्रतिदिन सवा लाख लोगों के दर्शन करने का आंकड़ा आता है. टेक्नोलॉजी के आधार पर हेड अकाउंट के सॉफ्टवेयर सीसीटीवी कैमरा में फिट है. उनके आंकड़े बताते हैं कि यहां 14 घंटे में सवा लाख डेढ़ लाख लोग आ रहे हैं. किसी भी सामान्य नागरिक को अधिक से अधिक एक घंटा लाइन में लगता है और दर्शन करके बाहर आ जाता है. सामान्य दर्शनार्थियों को भगवान के दर्शन ज्यादा अच्छे होते हैं. उन्होंने कहा कि सुगम दर्शन व वीआईपी दर्शन की अपेक्षा करने वालों से अपील की कि दोनों प्रकार के दर्शनों से अपने को बचाएं.

राम मंदिर में निशुल्क दर्शन की व्यवस्था, समय बचाने के लिए किसी को धन न दें तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने कहा कि अयोध्या में किसी भी मंदिर में कभी भी पैसा लेकर दर्शन करने की कोई परंपरा नहीं रही है. हनुमानगढ़ी में सदा सर्वदा लाखों लोग आते हैं. यहां कोई पैसा लेकर दर्शन नहीं होता. राम जन्मभूमि का मंदिर अभी कुल दो महीने का है लेकिन लोगों ने तरह-तरह के रास्ते निकाल लिए हैं. अनेक लोगों ने कुछ गैर कानूनी काम करने शुरू कर दिए हैं. एक विदेश का नागरिक जो भगवान की कृपा से मेरा पुराना परिचित था वह आकर खड़ा हो गया और कहता है मैंने दो हजार देकर दर्शन किया है. मेरा समाज से आग्रह है किसी के भुलावे में न फंसे, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने ऐसी कोई योजना नहीं बनाई और किसी को अधिकार नहीं दिया. उन्होंने पुलिस प्रशासन से ऐसे अपराधिक कृत्य करने वालों पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की.

 

 

फैजाबाद न्यूज़ डेस्क

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