
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क जिला अस्पताल के क्षेत्रीय निदान केंद्र में थायराइड समेत हॉर्मोंस की अन्य जांचों के लिए स्थापित हॉर्मोनल एनालाइजर मशीन माह भर भी नहीं चल पाई. दूरदराज से थायराइड व अन्य जांचों के लिए मरीज व्यवस्था के प्रति आक्रोश जताते हुए लौटने को विवश हुए.
जिले के राजर्षि दशरथ मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल स्थित क्षेत्रीय निदान केंद्र में ही थायराइड समेत हॉर्मोंस की अन्य जांचों की व्यवस्था है. जिला पुरुष व महिला अस्पताल की ओपीडी में आने वाली लगभग हर तीसरी महिला को चिकित्सक थायराइड जांच कराने की सलाह देते हैं, लेकिन विगत करीब दो माह से जांचों का संकट बरकरार है. जिला अस्पताल में बारह जुलाई से हॉर्मोनल एनालाइजर मशीन खराब होने से जांचें ठप हो गई थीं. हिंदुस्तान अखबार ने मुद्दे को उठाया तो अपर निदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण ने मामले को संज्ञान में लिया और उन्होंने अविलंब जांच प्रारंभ कराने का निर्देश दिया. इसके बाद 16 अगस्त को मशीन की मरम्मत हुई और जांच प्रारंभ हो गई. लेकिन यह मशीन एक माह भी सकुशल नहीं चल सकी और फिर दगा दे गई. सोहावल से आई हिजबुल निशां ने बताया कि एक माह पहले जांच कराने आए थे, तब भी मशीन खराब थी और आज भी मशीन खराब बताया जा रहा है. अब बाहर ही जांच कराना पड़ेगा. इसी तरह नगर निगम क्षेत्र की 36 वर्षीय रुबीना बानो व 19 वर्षीय महालका, तारुन से आई 42 वर्षीय सीमा देवी आदि ने भी व्यवस्था के प्रति आक्रोश जताया.
कहीं जान-बूझकर तो नहीं खराब की जा रही मशीनें
जिला अस्पताल के इर्द-गिर्द काफी संख्या में निजी पैथोलॉजी व डाइग्नोस्टिक सेंटर खुले हैं, जहां थायराइड जांच के लिए नमूने लिए जाते हैं. कुछ लोगों ने आशंका जताते हुए सवाल भी किया है कि कहीं इन केंद्रों को लाभ पहुंचाने के मकसद से मशीनें आए दिन जान-बूझकर को तो नहीं खराब की जा रही हैं.
मशीन खराब होने की सूचना नहीं मिली है. आरडीसी प्रभारी से वार्ता करके अविलंब समस्या का निस्तारण कराया जाएगा. -डॉ बृज कुमार, प्रमुख अधीखक, जिला अस्पताल, अयोध्या
फैजाबाद न्यूज़ डेस्क