
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क रामनगरी में सैकड़ों परियोजनाएं चल रही हैं. सड़कों का चौड़ीकरण हो रहा है. लेकिन मण्डल मुख्यालय का जिला अस्पताल बदहाल है. जहां सैकड़ों मरीज रोज डेंगू, मलेरिया, चिकनगुइयां, वायरल फीवर सहित अन्य बीमारियों का इलाज कराने आते हैं. वहीं पर डेंगू की नर्सरी पैदा हो रही है. जिला अस्पताल परिसर में ही गंदा पानी जमा रहता है. यह वह जगह है जहां से हर समय मरीजों का आना जाना रहता है. लेकिन अस्पताल प्रशासन का ध्यान इस ओर नहीं जाता है.
जिला चिकित्सालय और महिला जिला चिकित्सालय को जोड़ने वाले जिला अस्पताल परिसर के दक्षिण भाग में एक सार्वजनिक शौचालय बना है. अस्पताल के आसपास कर्मियों के क्वार्टर बने हैं. लेकिन महिला अस्पताल को जाने वाले इस मार्ग पर शौचालय के सामने इंटरलॉकिंग सड़क पर ढेर सारे गड्ढे हैं जिसमें हर समय जलभराव रहता है. इसी में शौचालय से की गंदगी भी बहती रहती है. इसी मार्ग से होकर सैकड़ों मरीजों का हर समय आवागमन रहता है. यहां गंदा पानी भरा हुआ है जिसमें मच्छरों की पैदावार हो रही है और डेंगू के लार्वा भरे पड़े हैं. इसी रास्ते से चिकित्सकों का भी आना-जाना होता है. लेकिन न तो इस ओर जिला अस्पताल प्रशासन ध्यान दे रहा है और न ही स्वास्थ्य विभाग कभी यहां न तो एंटी लार्वा का छिड़काव करवाता है और न ही चूना का छिड़काव होता है. चंद कदम पर ही जिला मलेरिया का भी कार्यालय संचालित है. इधर से गुजरते मरीजों राम अधार, कंचन और अनवर कहते हैं कि रास्ते में गंदगी, कूड़े का ढेर और जलभराव है कि मरीजों को और मरीज बनाने वाली स्थिति है. खून की जांच कराने के लिए जाने का एक यही रास्ता है. सड़क भी ढंग की नहीं बनी है.
नाली ब्लॉक है, जब तक नाली खोलकर सफाई नहीं होगी तब तक जलभराव रहेगा. सफाई करवाई जाएगी तो एक-दो दिनों में काम हो जाएगा. एक दिन का काम नहीं है.
-डॉ.कृष्ण कुमार, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक
फैजाबाद न्यूज़ डेस्क