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Faizabad विपक्ष के लिए पिछड़े सिर्फ वोट बैंकपाठक

Faizabad विपक्ष के लिए पिछड़े सिर्फ वोट बैंकपाठक
 

उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क  भारतीय जनता पार्टी में सभी का सम्मान है. हम सबका साथ और सबका विकास की तर्ज पर कार्य करते हैं. भाजपा ने पिछड़ा व अति पिछड़ा वर्ग का हमेशा ध्यान रखा. समाज को तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ मिला है. विपक्षी पार्टियों ने समाज को सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया.
ये बातें प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने  विश्वेश्वरैया सभागार में राष्ट्रीय अति पिछड़ा वर्ग महासभा के बैनर तले आयोजित प्रादेशिक अति पिछड़ा वर्ग प्रतिनिधि सम्मेलन में कही. उन्होंने कहा कि भाजपा ने सदैव ही पिछड़ा व अति पिछड़ा समाज का ध्यान रखा है. पार्टी देश व प्रदेश के हर वर्ग को लोगों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ी है. विपक्षी पार्टियों ने तो समाज को सिर्फ वोट बैंक के लिए इस्तेमाल किया है. कभी भी उनके उत्थान के लिए कोई कार्य नहीं किया है. उन्होंने कहा कि पिछड़ों की अस्मिता का सम्मान और उनका उत्थान भारतीय जनता पार्टी की प्रतिबद्धता है. जननायक कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर पार्टी ने अपनी प्रतिबद्धता को चरितार्थ भी किया है. उन्होंने कहा कि भाजपा सभी भारतवासियों की पार्टी है. सभी वर्ग पार्टी के स्तंभ हैं. उन्होंने उपस्थितजनों से कहा कि विकसित भारत के लिए, अपने सम्मान और स्वाभिमान के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में पुन पार्टी को वोट देकर प्रत्याशियों को प्रचंड बहुमत से विजयी बनाएं. इस अवसर पर पूर्व राज्यमंत्री सतीश पाल, सुरेश पाल, डॉ. अजय पाल, हौसला प्रसाद पाल, गौरानंद, डॉ. कौशल पाल एवं अन्य लोग उपस्थित रहे.

विनायक ग्रुप को ईडी का नोटिस,ब्योरा तलब किया
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वाराणसी की बड़ी रियल एस्टेट कंपनी विनायक ग्रुप से उसकी चल-अचल संपत्तियों और बैंक खातों के बारे में जानकारी मांगी है. माना जा रहा है कि इन विवरणों की जांच के बाद कंपनी के निदेशकों को पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है.
ईडी ने दिसंबर 2023 में इस ग्रुप के खिलाफ मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया था. ईडी ने यह केस विनायक ग्रुप के खिलाफ वाराणसी में दर्ज कराई गई एफआईआर और अक्टूबर 2023 में आयकर विभाग के छापों की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया था. एफआईआर में कंपनी के कई निदेशक नामजद हैं. ईडी की जांच के दायरे में विनायक ग्रुप के  साझेदार और समाजवादी पार्टी के महाराष्ट्र के  चर्चित नेता भी आ रहे हैं.
ईडी ने कंपनी के नाम पर बीते दस वर्षों में क्रय की गई चल-अचल संपत्तियों और उसके बैंक खातों से जुड़ी जानकारी मांगी है. वाराणसी, लखनऊ, मुंबई व मध्य प्रदेश में कंपनी के ठिकानों पर आयकर के छापों में मनी लांड्रिंग और बेनामी संपत्तियों के साक्ष्य मिले थे. साथ ही कंपनी में काली कमाई खपाने के सुराग भी मिले थे.

फैजाबाद न्यूज़ डेस्क

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