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Durg  सुविधा: मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा जिला अस्पताल रिसाली अस्पताल में 1 अप्रैल से प्रसव के साथ ही 24 घंटे जांच सुविधा
 

Durg  सुविधा: मरीजों को नहीं जाना पड़ेगा जिला अस्पताल रिसाली अस्पताल में 1 अप्रैल से प्रसव के साथ ही 24 घंटे जांच सुविधा

छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क,  बैठक की अध्यक्षता दुर्ग ग्रामीण विधायक व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने की. उन्होंने रिसाली निगम के सभागार में निकुम, उतई व रिसाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों की समस्याओं और मरीजों को दी जाने वाली सुविधाओं पर अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से चर्चा की.
इस दौरान जनप्रतिनिधियों से चर्चा के बाद मंत्री ने कहा कि बीएमओ डॉ देवेंद्र बेलचंदन इस बात को सुनिश्चित करें कि डॉक्टर व अस्पताल स्टाफ निर्धारित समय पर अपनी सेवाएं दे रहे है कि नहीं. उन्होंने कहा कि दुर्ग जिला अस्पताल में दबाव अधिक रहता है.
ऐसे में यदि सामुदायिक अस्पताल बेहतर कार्य करंगेे तो दबाव कम होगा.

बैठक में महापौर व उतई नगर पंचायत अध्यक्ष भी हुए शामिल
जीवन दीप समिति की बैठक में महापौर शशि सिन्हा, उतई नगर पंचायत अध्यक्ष डिकेन्द्र हिरवानी, जनपद सदस्य रूपेश देशमुख, सभापति केशव बंछोर, एसडीएम मुकेश रावटे, निगम आयुक्त आशीष देवांगन, बीएमओ डॉ देवेंद्र बेलचंदन, डीपीएम ऋचा मेश्राम, डॉ पुन्ना लाल भगत, डॉ मनीषा ठाकुर, डॉ देवेंद्र बंजारे समेत अन्य उपस्थित रहे.
अस्पताल के लिए जमीन चिन्हित करने कहा
नवीन अस्पताल है. संसाधन का अभाव है. 1 अप्रैल से सातों दिन 24 घण्टे सुविधा शुरू की जाए. बीएमओ डॉ देवेंद्र आवश्यक संसाधन पर विशेष ध्यान दे. मंत्री ने निगम आयुक्त आशीष देवांगन व एसडीएम मुकेश रावटे को अस्पताल भवन के लिए 20 हजार वर्गफीट जगह चिन्हित करने निर्देश दिए.
उतई स्वास्थ्य केंद्र में बनवाएंगे गार्डन
उतई सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में स्थानीय जनप्रतिनधियों के सहयोग से परिसर में गार्डन का निर्माण किया जाएगा. साइकिल- स्कूटर स्टैंड को व्यवस्थित तरीके से बनाया जाए. ताकि मरीज को खुला वातावरण और शुद्ध हवा मिले.
प्रभारी डॉक्टर को अपने अधिनस्थ कर्मचारियों को समय पर सेवाएं देने सुनिश्चित करने कहा गया.
निकुम में सोनोग्राफी की सुविधा हर सप्ताह
निकुम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में माह में एक बार दी जाने वाली सोनोग्राफी सुविधा को सप्ताह में एक बार किया जाए. 108 संजीवनी सुविधा का स्टॉपेज प्वाइंट निकुम में भी किया जाए. सेवाएं देने अनियमित कर्मचारी रखे जाएंगे.
रखने कलेक्टर से स्वीकृति ली जाए. डॉक्टर की कमी को दूर करने आउटसोर्सिंग के तहत कार्य योजना बनाई जाए.

दुर्ग न्यूज़ डेस्क !!!

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