Durg संभाग स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में 7 जिलों के 2,686 खिलाड़ी दिखा रहे दम

छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, छत्तीसगढ़ के पारंपरिक ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने राज्य सरकार द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का आयोजन किया जा रहा है. इस क्रम में संभाग स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक जिले के ग्राम पुरई स्कूल प्रांगण में शुरू हुआ. इस तीन दिवसीय आयोजन में संभाग के दुर्ग, राजनांदगांव, बालोद, बेमेतरा, कबीरधाम, मानपुर-मोहला अंबागढ़ चौकी और खैरागढ़ सहसपुर गंडई जिला के 2 हजार 686 प्रतिभागी खिलाड़ी भाग ले रहे हैं. जिसमें गिल्ली- डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़ (लंगरची), कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी, बांटी, बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भौरा, 100 मीटर
दौड़, लम्बीकूद , कुश्ती व रस्सीकूद शामिल है. इन खेलों में तीन आयु वर्ग 0-18, 18-40 व 40 से अधिक उम्र के महिला व पुरूष प्रतिभागी भाग लेंगे.
उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि सर्वहारा वर्ग के विकास को ध्यान में रखकर विकास के पैमाने तय करना है. उन्होंने कहा कि इसी के आधार पर राज्य सरकर अधोसंरचनात्मक विकास के साथ यहां की संस्कृति को पूर्नजीवित करने और पारंपरिक ग्रामीण खेलों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से पारंपरिक खेल प्रतिभाओं को आगे लाने का प्रयास कर रही है. गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक में शामिल अन्य जिलों के खिलाड़ियों को अवगत कराया कि जिले के पुरई को खेलगांव के नाम से जाना जाता है. यहां की खेल प्रतिभाओं ने राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने ग्राम पुरई के खिलाड़ियों की भावना को ध्यान में रखते हुए खेल अकादमी बनाने की सहमति दी है.
संभाग स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के शुभारंभ अवसर पर संभाग आयुक्त जेपी पाठक ने स्वागत प्रतिवेदन प्रस्तुत किया. उन्होंने आयोजन के उद्देश्यों को रेखांकित किया. नगर निगम भिलाई -चरौदा के महापौर निर्मल कोसरे ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया. उन्होंने प्रतिभागी खिलाड़ियों से खेल को खेल भावना से खेलने की अपील की. इस अवसर पर जिला पंचायत की अध्यक्ष पुष्पा यादव व नगर निगम रिसाली की महापौर शशि सिन्हा भी मौजूद थी.
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