
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, से एक सड़क का नामकरण किया गया था. रेलवे लाइन से लेकर गुप्ता चौक की उक्त सड़क का नाम मौलाना अबुल कलाम आजाद रोड रखा गया. सड़क नामकरण की पूरी प्रक्रिया अंजुमन इस्लामिया की ओर से अपनाया गया.
नामकरण के तीन दिन पहले ही अंजुन इस्लामिया के सचिव द्वारा नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र देकर सूचित किया और इसकी सूचनाएं वरीय पदाधिकारियों को भी देने की अपील की गई थी. परंतु तीन दिनों तक नगर परिषद ने कोई कार्रवाई नहीं की. इसके बाद 11 15 को सड़क के नामकरण पट्टी का उद्घाटन किया गया. इसके बाद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने एक नोटिस जारी कर प्रक्रिया पूरी किये बिना ही सड़क का नामकरण की बात कहते हुए बोर्ड को हटाने का निर्देश जारी किया. इसके बाद अंजुमन इस्लामिया की पूरी टीम विधायक सुखराम उरांव से मिले और मामले की पूरी जानकारी दी. विधायक ने अंजुमन इस्लामिया के कार्यवाही पंजी में लिये गये प्रस्ताव, पत्राचार आदि की जांच करने के बाद पूरी प्रक्रिया को सही ठहराया. विधायक की ओर से कार्यपालक पदाधिकारी को पत्र लिखकर निर्देश दिया गया कि सड़क के नामकरण को तत्काल स्वीकृति प्रदान करें. परंतु अब तक स्वीकृति की प्रक्रिया पूरी नहीं की गई है. इधर, अंजुमन इसलामिया के सचिव बैरम खान का कहना है कि सड़क नामकरण की पूरी प्रक्रिया अपनाई गई है.
अबुल कलाम का अपमान हुआ तो आंदोलन अध्यक्ष
अंजुमन इस्लामिया के अध्यक्ष सैयद शहजाद मंजर ने कहा है कि हमने एक भारत रत्न के नाम पर सड़क का नाम रखा है. बोर्ड गाड़ा जा चुका है अब हम उखाड़ कर अपमान नहीं करेंगे. अगर नगर परिषद बोर्ड उखाड़ना चाहती है तो वह उखाड़ दे. यदि बोर्ड उखाड़ा जाता है तो नगर परिषद के विरुद्ध अंजुमन इस्लामिया के सभी पदाधिकारी और शहर के बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, युवा अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे.
धनबाद न्यूज़ डेस्क !!!