Dhanbad हांगकांग फ्लू से बचाव को कोविड के संसाधनों का होगा इस्तेमाल, एच3एन2 के मामले बढ़े तो कैथलैब से लेकर सदर अस्पताल तक भर्ती किए जाएंगे मरीज

झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, हांगकांग फ्लू (एच3एन2 वायरस) को लेकर राज्य से जारी दिशा-निर्देश के साथ स्वास्थ्य महकमा रेस हो गया है. हांगकांग फ्लू से बचाव के लिए कोविड के संसाधनों का इस्तेमाल होगा. हांगकांग फ्लू के संक्रमण से लोगों को बचाने और संक्रमण के संभावित खतरों को देखते हुए जिले में जागरुकता से लेकर अस्पतालों में व्यवस्था की पहल शुरू हो गई है.
अधिकारियों की मानें, तो संक्रमित के इलाज के लिए जिला पहले से तैयार है. फ्लू से बचाव के लिए कोविड के संसाधनों का इस्तेमाल होगा, जिसमें संक्रमित को आइसोलेट करने से लेकर उनके इलाज तक की व्यवस्था शामिल हैं.
बता दें कि देश के कई हिस्सों में हांगकांग फ्लू का संक्रमण फैलने की सूचना आ रही है. इसकी पहचान, बचाव व रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने एडवाइजरी जारी की है. एडवाइजरी के आलोक में सिविल सर्जन स्तर से भी दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है. साथ ही संक्रमण के खतरे को देखते हुए अस्पतालों में तैयारी शुरू कर दी गई है. अधिकारियों की मानें, तो जरूरत पड़ने पर संक्रमित मरीजों को भर्ती करने और उनके इलाज के लिए जिले में कोरोना के समय से तैयार कोविड सेंटर का इस्तेमाल किया जाएगा. इसके अलावा एसएनएमएमसीएच का कैथलैब प्राथमिकता में शामिल है. सदर अस्पताल समेत अन्य अस्पतालों में भी व्यवस्था की जाएगी. मरीजों को मेडिकल ऑक्सीजन से लेकर वेंटिलेटर तक की सुविधा मुहैया कराई जाएगी.
विशेष निगरानी का निर्देश
सिविल सर्जन ने प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को हांगकांग फ्लू को लेकर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया है. इसके लिए सभी प्रभारियों को निर्देश जारी कर दिया गया है. इसकी प्रतिलिपि स्वास्थ्य विभाग के सभी कार्यक्रम पदाधिकारी, राज्य सर्विलांस पदाधिकारी और डीसी को भी भेजी गई है.
पोर्टल पर प्रतिदिन होगी ऑनलाइन इंट्री
हांगकांग फ्लू को लेकर राज्य सरकार ने आईडीएसपी-आईएचआईपी पोर्टल में प्रतिदिन ऑनलाइन इंट्री करने का निर्देश दिया है. वायरस के लक्षण वाले मरीज मिलते हैं, तो तत्काल इसकी इंट्री की जाएगी, ताकि ट्रेंड एनालिसिस किया जा सके और जांच के लिए संदिग्ध का सैंपल कलेक्ट कर भेजा जा सके.
धनबाद न्यूज़ डेस्क !!!