
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, अपने चचेरे भाई नीरज सिंह समेत चार लोगों की हत्या के आरोप में पिछले पांच वर्षों से जेल में बंद झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह ने कोर्ट में आवेदन दायर कर गुरुकृपा शोरूम के समीप लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को देने की प्रार्थना की है.
संजीव के अधिवक्ता मोहम्मद जावेद ने कोर्ट में कहा कि अभियोजन ने यह दावा किया है कि 21 मार्च 2017 को घटना के बाद शाम सात बजे गुरुकृपा शोरूम के समीप पिंटू सिंह के साथ बाइक पर सवार संजीव सिंह हथियार लेकर जा रहे थे. गुरुकृपा ऑटो के समीप ही उन्होंने अभिषेक सिंह को रोककर कहा था कि ‘तुम्हारे भाई को हम लोगों ने मार दिया है अब तुम्हारी बारी है.’
अभिषेक के इस बयान की जांच के लिए पुलिस ने गुरुकृपा शोरूम के पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज को जब्त किया था. डीवीआर भी पुलिस साथ ले गई थी. आईओ निरंजन तिवारी ने फुटेज लेने की बात कोर्ट में स्वीकार की है. आईओ यह भी कह चुके हैं कि फुटेज में कुछ भी आपत्तिजनक नहीं मिल पाया. अधिवक्ता ने आरोप लगाया कि पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सबूत का जिक्र केस डायरी में किया है जबकि इस महत्वपूर्ण बात को डायरी में छिपा दिया गया कि शोरूम के सीसीटीवी फुटेज में उन्हें कोई सबूत नहीं मिले. वकील ने कहा कि यदि संजीव घटनास्थल पर होते और अभिषेक को धमकी देते तो निश्चित सीसीटीवी में कैद होते. कोर्ट ने अभियोजन पक्ष (एपीपी) अवधेश कुमार को इस पर प्रतिउत्तर दायर करने को कहा है. तबीयत खराब होने के कारण भी संजीव सिंह को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भी कोर्ट में पेश नहीं किया गया.
धनबाद न्यूज़ डेस्क !!!