
झारखण्ड न्यूज़ डेस्क, सिविल सर्जन डॉ आलोक विश्वकर्मा ने कहा कि कम संसाधन के बावजूद सदर अस्पताल बेहतर की ओर आगे बढ़ रहा है. लोगों से उम्मीद है कि वे सहयोग करें. सिविल सर्जन एमआर टीकाकरण अभियान की शत प्रतिशत उपलब्धि पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों के सवाल का जवाब दे रहे थे.
उन्होंने कहा कि मिजिल्स प्रभावित राज्य के नौ जिलों में यह अभियान चल रहा था. अभियान के 42वें दिन शत प्रतिशत उपलब्धि हासिल कर धनबाद सबसे आगे निकल गया है. यह भी कहा कि बाघमारा, टुंडी और सदर प्रखंड में सभी बच्चों को टीका लग चुका है. बाकी प्रखंडों में कुछ बच्चे अब भी बचे हैं, जिनके लिए अभियान चलता रहेगा. सदर अस्पताल के संबंध में सिविल सर्जन ने कहा कि यह अस्पताल कोविड के समय शुरू हुआ था. इसके बाद यहां चिकित्सीय सुविधाओं में लगातार वृद्धि हो रही है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 100 बेड के अस्पताल को चलाने के लिए आईपीएचएस गाइडलाइन के अनुसार यहां संसाधन काफी कम है. बावजूद मौजूदा मानव बल में मरीज को बेहर सुविधा मुहैया कराने की दिशा में कोशिश जारी है और सफलता भी मिल रही है. मौके पर डब्ल्यूएएचओ के डॉ अमित कुमार तिवारी, आरसीएचओ डॉ संजीव कुमार आदि मौजूद थे.
झरिया में जल संकट गहराया
झरिया विधानसभा क्षेत्र की करीब एक लाख की आबादी लंबे समय से आंशिक जलापूर्ति की समस्या से जूझ रही है. जामाडोबा जल संयंत्र से 18 इंच के पाइप लाइन से फुसबांग्ला, शालीमार, डिगवाडीह, पाथरडीह तक जलापूर्ति की जाती है. 18 इंच के पाइप में करीब एक दर्जन जगहों पर लीकेज है. इसके अलावा 12 इंच का वाल्व खराब हो गया है. वाल्व खराब होने से पानी का प्रेशर नहीं बन पा रहा है.
और इंटरकनेक्ट होकर दूसरे लाइन में पानी जा रहा है. इसका खुलासा झमाडा के अधिकारियों के निरीक्षण के दौरान हुआ. झमाडा के जलापूर्ति एसडीओ मनोज कुमार सिंह, जल कार्य निरीक्षक अरुण कुमार सिंह, जेई आशुतोष राणा ने निरीक्षण किया. अधिकारियों ने कहा कि 12 इंच का वाल्व बदलना जरूरी है. जब तक बदल नहीं बदलेगा तब तक पानी इंटरकनेक्ट होते रहेगा और प्रेशर कम रहेगा. इसके अलावा फुस बंगला में 18 इंच के पाइप लाइन से 12 इंच और 8 इंच का पाइप गुजरा है. वह काफी जर्जर हो चुका है. जिसके कारण भी लोगों की समस्याएं उत्पन्न हो रही है.
धनबाद न्यूज़ डेस्क !!!