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Darbhanga परिचर्चा मौत का जहर है फिजाओं में, अब कहां जाके सांस ली जाए

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बिहार न्यूज़ डेस्क हर व्यक्ति को स्वस्थ जीवन जीने का अधिकार है. इसके लिए शुद्ध वायु तथा भोजन का अभाव होता जा रहा है. भारत में अधिक गरीबी, कचरा प्रबंधन का अभाव तथा पब्लिक हेल्थ की उचित व्यवस्था नहीं होने से बीमार लोगों की संख्या रेज बढ़ रही है. ये बातें विश्व स्वास्थ्य दिवस पर  इंडियन रेडक्रॉस सोसाइटी तथा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन, दरभंगा शाखा के संयुक्त तत्वावधान में आईएमए के सभागार में आयोजित परिचर्चा में मुख्य वक्ता प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ व डीएमसी के पूर्व मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. एके गुप्ता ने कही. डॉ. गुप्ता ने वायु प्रदूषण को हार्ट अटैक सहित कई बीमारियों का प्रमुख कारण बताते हुए कहा, ‘मौत का जहर है फिजाओं में, अब कहां जाके सांस ली जाए’. डॉ. गुप्ता ने कहा कि हम लोग संकल्प लें कि खुद स्वस्थ रहते हुए बिना भेदभाव के समाज को भी स्वस्थ बनाएंगे और स्वादिष्ट की जगह स्वास्थ्यवर्धक एवं घर में बने खाने को ही अपनाएंगे. उन्होंने सोशल मीडिया की जगह समाजसेवा में ज्यादा समय देने का आग्रह किया. उन्होंने दरभंगा में कचरे के समुचित निस्तारण की व्यवस्था पर भी जोर दिया. मुख्य अतिथि दरभंगा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. केएन मिश्रा ने कहा कि सकारात्मक सोच ही स्वास्थ्य की कुंजी है. हमें अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए. विशिष्ट अतिथि सदर एसडीओ विकास तिवारी ने कहा कि स्वास्थ्य रक्षा हमारा मूल अधिकार होना चाहिए. उन्होंने मतदान को महत्वपूर्ण बताते हुए उपस्थित लोगों को स्वच्छ एवं निष्पक्ष मतदान करने की शपथ दिलायी. विशिष्ट वक्ता लनामिवि के प्राध्यापक डॉ. आर एन चौरसिया ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य दिवस 2024 का थीम ‘मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार’ है जो सभी लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं तक समान पहुंच तथा अधिकार पर केन्द्रित है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विकास कर ही हम भारत को विकसित राष्ट्र बना सकते हैं. वक्ता सुनील कुमार सिंह ने कहा कि स्वास्थ्यपूर्ण जीवन जीना कला है. अपने जीवन में थोड़ा सा बदलाव कर हम अपने जीवन को स्वस्थ बना सकते हैं. आईएमए, दरभंगा के उपाध्यक्ष डॉ. आमोद कुमार झा ने स्वागत संबोधन एवं विषय प्रवेश करते हुए स्वास्थ्य रक्षा के लिए सामूहिक प्रयास करने की जरूरत पर प्रकाश डाला. राजेश बोहरा तथा मनमोहन सरावगी आदि ने भी अपने वि रखे. कार्यक्रम का संयोजन डॉ. आरबी खेतान तथा डॉ. सुशील कुमार ने किया. परिचर्चा में प्रख्यात बड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. एसएन सर्राफ, डॉ. ओम प्रकाश, पर्यावरणविद प्रो. विद्यानाथ झा, डॉ. प्रवीर सिन्हा, डॉ. लता खेतान, तरुण मिश्रा, आलोक कुमार, डॉ. एके कश्यप, डॉ. मो. नेहाल, डॉ. कन्हैया झा, प्रमोद गुप्ता, मनोरंजन अग्रवाल, राजकुमार पासवान, मुकेश खेतान, अरुण सर्राफ, आलोक सिंह, रक्तदाता उमेश प्रसाद, दिनेश कुमार दास, सत्येंद्र कुमार आदि उपस्थित थे. उपस्थित सभी लोगों को भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से पल्स ऑक्सीमीटर तथा मास्क आदि दिए गए, जबकि आईएमए को दो ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर प्रदान किया गया.

दरभंगा न्यूज़ डेस्क

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