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किराना दुकानों पर बोतलों में बिक रहा पेट्रोल, वीडियो में देखें जान जोखिम में डाल रहे दुकानदार

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सुजानगढ़ शहर में किराना दुकानों पर अवैध रूप से पेट्रोल बिक्री का खतरनाक चलन तेजी से बढ़ता जा रहा है। कई इलाकों में दुकानदार प्लास्टिक की बोतलों में पेट्रोल बेच रहे हैं, जिससे न सिर्फ कानून का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि लोगों की जानमाल की सुरक्षा को भी गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है। जानकारी के मुताबिक, दुकानदार 15 रुपए प्रति लीटर तक का मुनाफा कमाने के लालच में इस जानलेवा लापरवाही को अंजाम दे रहे हैं।

पेट्रोल पंपों से दूर इलाकों में सबसे ज्यादा सक्रियता

शहर के वे हिस्से जो मुख्य पेट्रोल पंपों से दूर हैं, वहां यह अवैध धंधा सबसे ज्यादा फैलता जा रहा है। बाइक या स्कूटर में थोड़ा पेट्रोल डलवाने वाले ग्राहक सुविधा के लिए इन दुकानों का रुख करते हैं। कई दुकानदार इस मांग को अवसर मानकर पेट्रोल खरीद कर उसे बोतलों में भरकर ब्लैक में बेच रहे हैं

प्लास्टिक की बोतल में पेट्रोल रखना बेहद खतरनाक

विशेषज्ञों के अनुसार, पेट्रोल अत्यंत ज्वलनशील पदार्थ है और इसे प्लास्टिक की बोतलों में रखना अग्निकांड का सीधा निमंत्रण है। थोड़ी सी चिंगारी या गर्मी भी भयानक हादसा पैदा कर सकती है। दुकानों में ग्राहकों की आवाजाही के बीच बोतलों में पेट्रोल रखना कानूनन अपराध है और यह खुद दुकानदारों और आसपास के लोगों की जान को खतरे में डाल रहा है।

प्रशासन की लापरवाही या मिलीभगत?

स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि प्रशासन को इस अवैध गतिविधि की जानकारी होने के बावजूद सख्त कार्रवाई नहीं हो रही। कुछ लोगों ने यह भी आशंका जताई है कि संबंधित विभागों की मूक सहमति या मिलीभगत के कारण यह धंधा फल-फूल रहा है।

नियमों का खुला उल्लंघन

भारतीय पेट्रोलियम अधिनियम और फायर सेफ्टी नियमों के तहत पेट्रोल की खुले में बिक्री, विशेषकर अनधिकृत और असुरक्षित माध्यमों से, कड़ा दंडनीय अपराध है। इसके बावजूद, सुजानगढ़ में कई दुकानदार नियमों को ताक पर रखकर धड़ल्ले से पेट्रोल बेच रहे हैं।

नागरिकों और प्रशासन के लिए चेतावनी

इस तरह की गतिविधि न केवल कानून व्यवस्था को चुनौती देती है, बल्कि पूरे मोहल्ले या बाजार क्षेत्र को विस्फोटक खतरे में डाल देती है। अगर समय रहते कार्रवाई नहीं की गई तो किसी भी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

क्या होनी चाहिए कार्रवाई?

  • ऐसे दुकानदारों के खिलाफ तुरंत FIR दर्ज की जानी चाहिए

  • पेट्रोलियम विभाग और फायर ब्रिगेड को मिलकर निरीक्षण करने चाहिए

  • नागरिकों को भी जागरूक किया जाए कि वे ऐसे खतरनाक साधनों से पेट्रोल न खरीदें

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