डीएसपी ने महिला कांस्टेबल की पीठ पर मारा करारा तमाचा, वीडियो वायरल होने से पुलिस महकमे में मचा हड़कंप

राजस्थान के चूरू जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पुलिस महकमे को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। चूरू में डिप्टी एसपी सुनील झाझड़िया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें वे एक महिला कांस्टेबल की पीठ पर जोर से हाथ मारते नजर आ रहे हैं। यह घटना सोमवार, 9 जून को उस वक्त हुई जब कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर रहे थे।
प्रदर्शन के दौरान हुआ यह वाकया
जानकारी के मुताबिक, कांग्रेस की ओर से चूरू जिला कलेक्ट्रेट के बाहर विभिन्न मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन आयोजित किया गया था। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात था। इसी बीच अचानक एक क्षण ऐसा आया जब ड्यूटी पर तैनात डिप्टी एसपी सुनील झाझड़िया ने महिला कांस्टेबल की पीठ पर जोर से हाथ मार दिया। यह पूरा घटनाक्रम वहां मौजूद कुछ लोगों ने अपने मोबाइल कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया।
वीडियो हुआ वायरल, लोगों ने उठाए सवाल
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर आते ही तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि महिला कांस्टेबल कुछ कहती या करती भी नहीं, तभी डिप्टी एसपी अचानक उस पर हाथ मारते हैं। इस व्यवहार को लेकर लोग सोशल मीडिया पर पुलिस की कार्यशैली और अधिकारियों के आचरण पर सवाल उठा रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे महिला सम्मान का उल्लंघन बताया और दोषी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
पुलिस विभाग ने लिया संज्ञान
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस विभाग ने भी इस पर संज्ञान लिया है। सूत्रों के मुताबिक, उच्चाधिकारियों द्वारा मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और संबंधित वीडियो की सत्यता की जांच की जा रही है। अगर डिप्टी एसपी के खिलाफ आरोप सिद्ध होते हैं, तो उनके खिलाफ विभागीय कार्रवाई हो सकती है।
महिला अधिकार संगठनों की प्रतिक्रिया
इस घटना के सामने आने के बाद कई महिला अधिकार संगठनों ने भी आवाज उठाई है। संगठनों का कहना है कि यदि एक पुलिस अधिकारी अपने अधीनस्थ महिला स्टाफ के साथ इस तरह का व्यवहार करता है, तो यह पूरी व्यवस्था के लिए चिंताजनक संकेत है। उन्होंने मांग की है कि आरोपी अधिकारी को तत्काल सस्पेंड कर निष्पक्ष जांच कराई जाए।
राजनीति भी गरमाई
घटना के बाद राजनीतिक गलियारों में भी हलचल देखी जा रही है। कांग्रेस ने इस मामले को लेकर राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि जब महिला पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता का क्या हाल होगा।