
हरियाणा न्यूज़ डेस्क, बांग्लादेसी युवक के किडनी निकालने से पहले अस्पताल से भागने के मामले में पुलिस जांच अभी तक पूरी नहीं हुई है. इस मामले को सामने आए 24 घंटे से भी ज्यादा का समय हो चुका है. पुलिस जांच में सामने आया है कि यह बांग्लादेशी युवक एक माह से सेक्टर-21डी में रह रहा था.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, पुलिस जांच में पता चला है कि जिस मरीज को यह किडनी बदली जानी थी. वह एक माह से उनके घर पर खाना बनाने का काम कर रहा था. पुलिस की टीम को स्वास्थ्य विभाग से जानकारी जुटाएगी. पुलिस सूत्रों का कहना है कि जिस व्यक्ति को किडनी प्रत्यारोपित होनी थी, वह भी बाहर का है. खून के रिश्ते में ही किडनी दी जा सकती है. उच्चाधिकारियों के स्तर पर इस मामले पर मंथन चल रहा है. जल्द मामला दर्ज हो सकता है.
बता दें कि सुबह सेक्टर-21 डी में सुबह लोगों ने एक युवक को चोर समझकर पुलिस के हवाले किया था. बाद में उसने बताया कि उसकी अस्पताल में किडनी निकाली जानी थी. इससे पहले ही वह अस्पताल से भाग आया था.
तेज रफ्तार ऑटो पलटा, एक घायल
शराब के नशे में ऑटो की रफ्तार अधिक करने से सदर थाना क्षेत्र में एक ऑटो पलट गया. उसमें सवार एक दंपति ऑटो के नीचे आ गए. महिला तो बच गई लेकिन उनके पति बुरी तरह घायल हो गए. उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
दिल्ली के मोती नगर निवासी अनिल कुमार की पत्नी ज्ञानवती ने बताया कि वह अपनी बहन के घर तिगांव से 10 सितंबर को वापस अपने घर जाने के लिए शाम में आटो में बैठ गए. बार-बार कहने के बावजूद भी ऑटो वाले ने उसकी रफ्तार कम नहीं की व नशे में आटो को तेज गति से चलाता रहा. तिगांव रोड पर हनुमान मंदिर के आसपास ऑटो पलट गया. उनका पति अनिल कुमार ऑटो के नीचे दब गए.
चंडीगढ़ न्यूज़ डेस्क !!!