बिहार न्यूज़ डेस्क थाना क्षेत्र के खरहट गांव में भूमि विवाद में पक्षों के बीच हिंसक झड़प में नों पक्षों के लोग गंभीर रूप से जख्मी हो गए. जानकारी के अनुसार नों पक्षों के बीच जमकर लाठियां चलीं और रोड़ेबाजी हुई. झड़प के दौरान गोलीबारी की बात भी ग्रामीण बता रहे हैं. हालांकि, पुलिस गोलीबारी की घटना से इनकार कर रही है.
बलिया एसडीपीओ नेहा कुमारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और नों पक्षों के लोगों को हिरासत में लिया है. इस दौरान पुलिस को पक्ष ने पिस्तौल सौंपा और बताया कि उनलोगों ने गोलीबारी के दौरान दूसरे पक्ष से छीना है. एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है कि पिस्तौल किसकी है. सभी जख्मी लोगों को सीएचसी में भर्ती कराया गया है. मामले को लेकर अब तक किसी भी पक्ष ने आवेदन नहीं दिया है. आवेदन प्राप्त होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.
सड़क जाम व थाने पर हमले में 21 पर केस
मोनू की मौत के सड़क जाम व थाने पर हमला मामले में पुलिस ने छह नामजद व 15 अज्ञात पर प्राथमिकी दर्ज की है.
थाना अध्यक्ष विशाल कुमार सिंह ने कहा है कि आदर्श चुनाव आ संहिता लागू रहने के बावजूद लोगों ने बिना सूचना दस घंटे तक सड़क पर लाश रख कर आवागमन बाधित किया. लोगों को उकसा कर उत्पात मचाया गया. पुलिस के साथ गाली गलौज करने के साथ थाने पर हमला कर तोड़फोड़ की गयी. 13 को हथियार के साथ रील्स बनाने के आरोप में सिंघिया के पवन सिंह के छोटे पुत्र मोनू कुमार को पुलिस गिरफ्तार कर थाने ले गई थी. हजिसकी पुलिस अभिरक्षा में कुछ दिनों के बाद इलाज के क्रम में दरभंगा में मौत हो गई थी. परिजनों का आरोप था कि पुलिस की पिटाई से उसकी मौत हुई है.
पोस्टमार्टम के बाद गांव में शव पहुंचते ही लोगों का गुस्सा पुलिस पर फुट पड़ा था. जिन लोगों को आरोपी बनाया गया है उसमें मृतक के परिवार के कई लोग है.
बक्सर न्यूज़ डेस्क