
बिहार न्यूज़ डेस्क स्थानीय पंचायत सरकार भवन प्रांगण में जिला मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी एवं समग्र शिक्षा अभियान के निर्देश पर दिव्यांग बच्चों का प्रमाण पत्र बनाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया.
जिसमें प्रखंड के दर्जनों गांवों के सैकड़ों लोग पहुंचे. नेतृत्व पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. विनय कुमार ने किया. इस दौरान 0 से 18 वर्ष तक के दिव्यांगों की डॉक्टरों ने जांच की. शिविर में 5 काउंटर बनाए गए थे. जिसमें डॉ. वीरेंद्र कुमार हड्डी रोग विशेषज्ञ, अरुण श्रीवास्तव नेत्र रोग विशेषज्ञ, ब्रजानंदन कुमार नेत्र सहायक, मनोज कुमार लिपिक सिविल सर्जन कार्यालय ने दिव्यांगों की जांच की. मुखिया अरविंद कुमार यादव उर्फ गामा पहलवान ने शिविर का निरीक्षण किया. पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. धर्मदेव सिंह ने बताया कि शिविर में 0 से 18 वर्ष तक के लोगों की जांच की गई. स्वास्थ्य प्रबंधक सुशील कुमार ने कहा कि दिव्यांगता प्रमाण पत्र नहीं रहने से सरकार की ओर से पेंशन एवं किसी यंत्र का लाभ नहीं मिल पाता है. इसको लेकर दिव्यांगता शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें 37 लोगों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इस दौरान 11 बच्चों को सर्टिफिकेट और 15 बच्चों को
यूडीआईडी प्रमाणपत्र बनाया गया. शिविर को भी आयोजित की जाएगी.
मौके पर प्रखंड सांख्यिकी पदाधिकारी शिवशंकर सिंह, अजय कुमार विक्रांत, बीआरसी नसरूदीन अंसारी, आनंद कुमार मिश्रा, सहायक संसाधन शिक्षक राजकुमार तिवारी, शिवानंद ओझा, सहायक ऑडियोलिस्ट राहुल कुमार, डाटा ऑपरेटर गुलाम मुस्तफा, मुख्तार आलम, अभिषेक कुमार व ज्योति प्रकाश थे.
बक्सर न्यूज़ डेस्क