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Buxar मक्का पर फॉल आर्मी वर्म का प्रकोप, एक दिन सौ किमी तक मार 
 

Rajsamand शहर में मक्का की उन्नत फसल का जनप्रतिनिधियों ने लिया जायजा 


बिहार न्यूज़ डेस्क  राज्य में एक बार फिर फॉल आर्मी वर्म (सैनिक कीट) का हमला शुरू हो गया है. मक्का को यह ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है. इसके अलावा हरा चारा, सब्जी, धान को भी प्रभावित कर रहा है. इसे देखते हुए कृषि विभाग ने राज्य भर के लिए एडवाइजरी जारी की है.
अभी कोसी के जिलों के अलावा बेगूसराय, खगड़िया, मुजफ्फरपुर और सारण में इसके प्रसार की सूचना है. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि जल्द ही इसकी रोकथाम के उपाय नहीं किए गए तो राज्य में मक्का का उत्पादन घट सकता है. पौधा संरक्षण के वैज्ञानिक डॉ. प्रवीण कुमार द्विवेदी का कहना है कि यह कीट जिस पौधे पर बैठता है, उसे खत्म कर देता है. पौधे के कोपल या हरे भाग को चट कर जाता है. वहां इतना मल छोड़ता है कि पौधा नष्ट हो जाता है. इसका आक्रमण सबसे ज्यादा मक्का पर होता है. सब्जी, हरा चारा, धान, ज्वार पर भी यह हमला करता है.
एक दिन सौ किमी तक मार फॉल आर्मी वर्म कीट के लार्वा हरे, जैतून, हल्के गुलाबी या भूरे रंगों में दिखाई देते हैं. सिर पर आंखों के बीच में अंग्रेजी भाषा के वाई आकार की एक सफेद रंग की संरचना होती है. फॉल आर्मी वर्म कीट की व्यस्क पतंगे एक दिन में साठ से सौ किमी से अधिक उड़ सकते हैं. इस बीच रास्ते की फसल को चट करते हुए जाता है.


चौपट कर देता है फसल अधिक प्रकोप होने पर यह फसल को एक ही रात में भारी नुकसान पहुंचा सकता है. इसी वजह से इसे सैनिक कीट भी कहा जाता है. इस कीट की मादा पौधों की पत्तियों और तनों पर एक बार में 50 से 200 अंडे देती है. मादा अपने 20-21 दिनों के जीवन काल में 10 बार तक अंडे दे सकती है. ये अण्डे 3 से 4 दिन में फूट जाते हैं.
इस बार ज्यादा क्षेत्रों में लगा है मक्का
राज्य में इस वर्ष बारिश की कमी के चलते ज्यादा क्षेत्रों में मक्का की बुवाई की गई है. मक्का इस कीट का प्रिय भोजन है. इस कारण इस कीट को पनपने और आगे बढ़ने का पर्याप्त माहौल मिल रहा है. उमस वाले मौसम में भी इसका प्रकोप बढ़ जाता है. जल्द ही इस पर नियंत्रण नहीं किया गया तो मक्का, गन्ना, धान, ज्वार सहित सब्जी फसलों को बड़ा नुकसान होगा.
नियंत्रण के उपाय
● मक्का के गाभा में रेत डाल देने से इसका लार्वा नष्ट हो जाता है
● बड़ा होने पर जैविक उपाय और रसायन का छिड़काव करें
● प्रति हेक्टेयर दस फेरोमीन फंदा का प्रयोग करें
● कीट की इल्ली की अवस्था पर नियंत्रण के लिए इमामेक्टिन बेंजोएट 5 एसजी की 0.5 ग्राम प्रति लीटर
● थियोमेथोक्सोम 12.6 + लेम्ब्डा सायहेलोथ्रिन 9.5 जेडसी की 0.25 मिली प्रति लीटर पानी में
● 5 नीम आधारित कीटनाशी पांच मिली प्रति लीटर पानी के साथ मिलाकर


बक्सर न्यूज़ डेस्क 
 

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