
बिहार न्यूज़ डेस्क बांकेबाजार थाने के अति नक्सल प्रभावित और सुदूरवर्ती मंझियावां गांव में की देर रात्रि टांगी से काटकर एक वृद्ध की हत्या कर दी गई. मृतक मंझियावां गांव के रहने वाले भुवनेश्वर सिंह भोक्ता (65) थे. वह गांव से करीब एक किलोमीटर की दूरी पर सखुआही नौकाडीह गांव स्थित अपने खेत में रात्रि में रखवाली कर रहे थे. खेत में कुर्थी की फसल लगी हुई थी. सुबह होने पर वह घर वापस नहीं आए तो परिजनों को घर न आने की चिंता सताने लगी.
परिवार वाले जब खेत में पहुंचे तो उनका शव खून से लथपथ जमीन पर पड़ा हुआ था. इधर, घटना की सूचना पर बांकेबाजार के थानाध्यक्ष विकास चंद्रा सिविल पुलिस और एसटीएफ जवानों के साथ घटनास्थल पहुंचे. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेते हुए पोस्टमार्टम के लिए गया के अनुग्रह नारायण मगध मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेज दिया.
जानकारी के मुताबिक भुवनेश्वर सिंह भोक्ता का करीब 4 दिन पहले गांव के ही एक व्यक्ति से विवाद हो गया था. विवाद के पीछे बताया जा रहा है कि उनके खेत में एक बैल चला गया था. जिसे भुवनेश्वर सिंह भोक्ता ने कुल्हाड़ी से काटकर बैल को मार दिया था. तब बैल के पशुपालक से झगड़ा हो गया था.
फिर गांव में पंचायती कर कर दोनों के बीच मामला शांत करने का प्रयास किया गया. किंतु दोनों नहीं माने. इस बीच की रात्रि भुवनेश्वर सिंह भोक्ता की हत्या हो गई. हत्या के पीछे यह विवाद बताया जा रहा है.
इस संबंध में बांकेबाजार के थानाध्यक्ष विकास चंद्रा ने बताया कि भुवनेश्वर सिंह भोक्ता की हथियार से वार कर उनके सर को काट दिया गया. जिस कारण मौत हो गई है. शव को फिलहाल पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. वहीं, एक संदिग्ध युवक को गांव से हिरासत में लिया गया है. उससे पूछताछ की जा रही है.
आवेदन मिलने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी. इधर, घटना के पीछे लोग दबी जुबान से ओझा गुनी का चक्कर मान रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक मृतक भुवनेश्वर सिंह भोक्ता झाड़फूंक का काम करते थे.
बक्सर न्यूज़ डेस्क