बिहार न्यूज़ डेस्क त्वाचा को झूलसा देने वाली चिलचिलाती धूप व भीषण गर्मी से लोगों का जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है.
पूर्वाह्न ग्यारह बजे के बाद क्षेत्र के बक्सर शहर के साथ डुमरांव के नुआंव, अरक, छतनवार, ढकाईच, अरियांव, कठार व सोवां पंचायत की मुख्य सड़कों एवं चौराहों पर दिनभर सन्नाटा पसरा रहता है. लोग जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकल रहे हैं, अन्यथा अपने-अपने घरों में ही दुबके रहते हैं. पटना-बक्सर फोरलेन के साथ कृष्णाब्रह्म-अरक व टुड़ीगंज-चौगाईं मुख्य मार्ग सन्नाटे के आगोश में समाया रहा.
05 बजे शाम तक आग उगल रही धूप से मनुष्य की दिनचर्या बिल्कुल बदल सी गई है. सवेरा होने पर लोग जल्दी-जल्दी अपने कामों का निपटाने की मुहिम में लग जाते हैं, ताकि आग उगल रही सूर्य की किरणों से उनका सामना न हो. परन्तु, मानव का जीवन ही ऐसा है कि बगैर बाहर निकले उसके दैनिक कार्यों की पूर्ति नहीं हो सकती. विशेष परिस्थिति में लोग बाहर निकलते वक्त छाता या तौलिये का सहारा लेना नहीं भूल रहे हैं. जबकि, अधिकांश लोग संध्या पहर मौसम सामान्य होने पर ही बाहरी दुनिया का रूख कर रहे हैं. मौसम के विकराल रूप से सबसे अधिक दुकानदारों का व्यवसाय प्रभावित हो रहा है. चूंकि, प्रचंड गर्मी व धूप के चलते बाजारों में लोगों की आवक बहुत कम हो गई है. क्षेत्रीय श्रीराम पांडेय, नंदजी कुशवाहा, सुरेश प्रसाद ने बताया कि प्रकृति के कहर के आगे मानव बेबस है. परन्तु, जीवन-यापन के लिए उसे मजबूरन घर से बाहर निकलना पड़ता है.
बक्सर न्यूज़ डेस्क