बिहार न्यूज़ डेस्क चमथा दियारे के बाढ़ पीड़ितों के बीच अब विभिन्न तरह के रोगों ने भी पांव पसारना शुरू कर दिया है. दियारे के पांचों पंचायतों के लोग सर्दी, खांसी, बुखार, दस्त, उल्टी, चर्म रोग आदि बीमारियों से लगातार आक्रांत हो रहे हैं.
ज्यादातर लोग पैरों में पकुआ की पीड़ा से परेशान हैं. हालांकि रोगों से पीड़ित बाढ़ पीड़ितों के उपचार के लिए दवा के साथ स्वास्थ्य कर्मियों की जगह-जगह तैनाती की गई है. हेल्थ मैनेजर मोहम्मद इमरान ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों के उपचार व दवा वितरण के लिए सीएचसी बछवाड़ा की ओर से कुल छह बाढ़ आश्रय स्थलों पर चिकित्सा कैंप लगाए गए हैं. बाढ़ पीड़ितों के उपचार के लिए दादुपुर हनुमान मंदिर, विद्यापति नगर लंगड़ा ढाला, विद्यापति नगर माल गोदाम परिसर, मऊ घाट, हाई स्कूल विद्यापति नगर व चमथा पुल पर फिलहाल अस्थाई चिकित्सा शिविर लगाया जा रहा है. सभी चिकित्सा शिविर में 24 घंटे दवा के साथ चिकित्सक, लैब टेक्नीशियन व एएनएम तैनात किए गए हैं. इन अस्थाई शिविरों के अलावा चमथा दियारे के सभी पांचों पंचायतों में पानी से घिरे लोगों के उपचार के लिए नाव के जरिए दवा के साथ चलंत मेडिकल टीम भी पहुंच रही है. पंचायत प्रतिनिधियों के बुलावा पर मेडिकल टीम संबंधित पंचायत में पहुंचकर रोग से पीड़ित लोगों का उपचार कर उन्हें आवश्यक दवाइयां वितरित कर रही है. उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों में सर्वाधिक सर्दी, खांसी, बुखार, सांस की समस्या, उल्टी, दस्त व चर्म रोगों के शिकार मरीज मिल रहे हैं.
चिकित्सक द्वारा रोगों के लक्षण देख कर पेरासिटामोल, अजिथ्रोमाइसीन, लीवोसीटिरिजिन, ओफ्लाक्सासिन, डाइक्लोफिनेक टेबलेट, ओआरएस पाउडर, टेटनेस का इंजेक्शन, एंटीरेबीज सुई समेत कुल 65 तरह की दवाईयां सरकारी तौर पर उपलब्ध कराई जा रही हैं. पैरों में पकुआ व अन्य चर्म रोगों के लिए दवाइयां दी जा रही हैं. चिकित्सकों की टीम में सीएचसी बछवाड़ा के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी अनिल कुमार शर्मा, डॉ. अरविंद थे.
, डॉ. अर्चना कुमारी, डॉ. नुजहत आदि शामिल हैं.
बक्सर न्यूज़ डेस्क