Bilaspur ठंड बढ़ते ही बढ़ने लगे ब्रेन स्ट्रोक के मामले, बीपी को रखें कंट्रोल

छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, ठंड बढ़ते ही ब्रेन स्ट्रोक के मामले भी बढ़ने लगे हैं. बढ़ती ठंड में रक्तचाप बढ़ने की सबसे बड़ी समस्या सामने आयी है, जिस कारण बुजुर्गों के साथ-साथ युवाओं में भी समस्या दिख रही है. आने वाले दिनों में ठंड और भी बढ़ेगी, ऐसे में डेढ़ से दो महीने सेहत का ख्याल रखना बेहद जरुरी है. ठंड में सबसे अधिक समस्या रक्तचाप वाले मरीजों को होती है. इसमें भी जो मरीज बीपी की दवा बीच में अगर छोड़ दिए हैं, तो उनमें स्ट्रोक होने का प्रतिशत काफी बढ़ जाता है. जरूरत है कि इन समस्याओं से निजात पाने के लिए ठंड में युवा वर्ग के भी लोग बीपी की जांच कराते रहें. साथ ही जिन्होंने बीपी की दवा छोड़ रखी है, वे डाक्टर से मिल इसे दोबारा शुरू करें.
ठंड में सिर दर्द बढ़ता है, घबराएं नहीं
ठंड में सिर दर्द के बढ़ने की समस्या होती है. न्यूरो सर्जन डॉ. दिविक मित्तल बताते हैं कि ठंड में पसीने कम निकलते हैं. इसके कारण सोडियम की मात्रा शरीर में ज्यादा होने लगती है इस वजह से भी ब्लड प्रेशर में इजाफा होने लगता है. इस मौसम में सिर दर्द की समस्या बढ़ती है, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है. डॉक्टरी सलाह पर दर्द निवारक दवा ली जा सकती है. साथ ही बीपी और शुगर के मरीजों को खास ध्यान देने की जरूरत है. किसी भी तरह शरीर को गर्म रखने का प्रयास करें और ठंड में अचानक बाहर न निकलें.
सर्दी में बच्चों का इस वजह से रखें अधिक ख्याल
इस मौसम में खासकर बच्चों का विशेष ख्याल रखें क्योंकि इस दौरान निमोनिया का खतरा रहता है. बुजुर्ग भी मॉर्निंग वॉक के लिए धूप के निकलने के बाद ही घर से बाहर निकलें. इससे ब्रेन व हार्ट स्ट्रोक की समस्या कम रहती है. बुजुर्गों के जोड़े में दर्द, लकवा (पेरालिसिस) का खतरा ज्यादा होता है. गर्म कपड़ा पहनने के साथ सुबह-शाम के समय शरीर में गर्माहट के लिए अलाव का सहारा लेने की डॉक्टर सलाह देते हैं.
ठंड में बच्चों में निमोनिया का खतरा अधिक
ठंड में सर्दी-खांसी, डायरिया और निमोनिया जैसे इंफेक्शन का खतरा भी बढ़ा है. खासकर के जो कोरोना के मरीज थे उन्हें वायरल फीवर हो रहा है. ठंड में ब्लड प्रेशर और अर्थराइटिस भी हो सकती हैं.
बिलासपुर न्यूज़ डेस्क !!!