
छत्तीसगढ़ न्यूज़ डेस्क, कलेक्टोरेट परिसर में पौने करोड़ की लागत से बनाया गया मल्टीलेवल कार पार्किंग हाथी दांत साबित हो रहा है. अधिकारियों और आम जनता के लिए इसे बनाया गया है, लेकिन अधिकारी ही इसका उपयोग नहीं कर रहे हैं. कलेक्टोरेट के सामने नोपार्किंग जोन में अधिकारी अपने वाहनों की खड़ा कर दिए. इनमें पुलिस कर्मियों के चार व दो पहिया वाहन भी शामिल थे. इसके लगातार आवागमन बाधित होता रहा.कलेक्टोरेट परिसर के आसपास वाहन पार्किंग की व्यवस्था नहीं होने पर नगर निगम अधिकारियों ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत कलेक्टोरेट परिसर में करोड़ 88 लाख रुपए की लागत से मल्टीलेवल कार पार्किंग का निर्माण किया था. मई 23 में इसका शुभारंभ कर दिया गया.
इसके बाद से मल्टीलेवल कार पार्किंग में नियम के तहत शासकीय अधिकारियों और कलेक्टोरेट समेत आसपास सरकारी दफ्तरों में आने वाले कर्मचारियों और लोगों को अपने वाहन खड़ा करना था. इस नियम का कुछ दिनों तक पालन हुआ और पुलिस कर्मी भी दो महीनों तक कलेक्टोरेट के सामने वाहना नहीं खड़ा करने की हिदायत देते दिखे थे. इसके बाद से पुलिस कर्मी यहां नहीं दिखे. कलेक्टोरेट के सामने नो पार्किंग जोन के बाद भी अधिकारी इसे नजर अंदाज करते दिखे. अधिकारियों ने अपने वाहन सड़क पर खड़ी कर दिए. कलेक्टोरेट के सामने मुख्य मार्ग पर सड़क के दोनों ओर चार पाहिया और बाइकें पार्क कर दी गई. इसके कारण दिनभर लोग परेशान होते रहे.
बिलासपुर न्यूज़ डेस्क !!!