बीकानेर में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की छापेमारी के बाद व्यापारियों में रोष, वीडियो में जानें आधी रात में गोदामों को सीज किया

बीकानेर में कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा की छापेमारी के बाद खाद-बीज विक्रेताओं में गहरा रोष पनप रहा है। मंत्री द्वारा की गई छापेमारी के बाद व्यापारी वर्ग ने आरोप लगाया कि मंत्री के बयान से किसानों में गलत संदेश जा रहा है। व्यापारियों का कहना है कि सभी खाद-बीज नकली नहीं होते, और बिना उचित प्रमाण के इस तरह की कार्रवाई क्षेत्रीय व्यापार को नुकसान पहुंचा सकती है।
व्यापारियों की प्रतिक्रिया:
खाद-बीज विक्रेताओं का कहना है कि छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने उनके व्यापार की वैधता पर सवाल उठाया और उन्हें नकारात्मक तरीके से पेश किया। उनका कहना है कि इस तरह के बयान और कार्रवाई से किसानों में भ्रम की स्थिति पैदा हो रही है और उन्हें यह लग रहा है कि सभी खाद-बीज खराब और नकली होते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। व्यापारी वर्ग का यह भी कहना है कि इस तरह की कार्रवाई से न केवल उनका व्यापार प्रभावित हो रहा है, बल्कि किसानों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
मंत्री का बयान:
कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा ने छापेमारी के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा था कि नकली और घटिया गुणवत्ता वाले खाद-बीज बेचने वाले व्यापारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने किसानों को जागरूक करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया और कहा कि यदि कोई व्यापारी गलत तरीके से किसानों के साथ धोखाधड़ी करता है, तो उसे बख्शा नहीं जाएगा।
व्यापारी वर्ग की चिंता:
व्यापारी वर्ग ने मंत्री की इस कार्रवाई को अनावश्यक और एकतरफा बताया। उनका कहना है कि इस तरह की छापेमारी से उन्हें कोई पहले से चेतावनी नहीं मिली थी, और अचानक उनके व्यापार पर आरोप लगाना न केवल गलत है, बल्कि यह व्यापारिक माहौल को भी प्रभावित करता है। व्यापारियों ने कहा कि खाद-बीज विक्रेताओं के पास किसानों को गुणवत्तापूर्ण सामान उपलब्ध कराने की व्यवस्था है, और ऐसे बयान से उनकी छवि खराब हो रही है।