शोभायात्रा निकाली श्रीराम कथा की पूर्णाहुति पर
कस्बे में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्रीरामकथा के समापन पर शोभा यात्रा निकाली गई। कथा में संत प्रह्लाद दास महाराज ने राम कथा में सीता हरण, सुग्रीव का राम से मिलना, शबरी की व्यर्थ सेवा, हनुमानजी का लंका जाना, सीता की खोज, लंका दहन, राम-रावण युद्ध, अयोध्या आना आदि प्रसंगों का वर्णन किया.......
बीकानेर न्यूज़ न्यूज़ !!! कस्बे में आयोजित नौ दिवसीय संगीतमय श्रीरामकथा के समापन पर शोभा यात्रा निकाली गई। कथा में संत प्रह्लाद दास महाराज ने राम कथा में सीता हरण, सुग्रीव का राम से मिलना, शबरी की व्यर्थ सेवा, हनुमानजी का लंका जाना, सीता की खोज, लंका दहन, राम-रावण युद्ध, अयोध्या आना आदि प्रसंगों का वर्णन किया। कहानी में सामाजिक जीवन की व्यवस्था के बारे में भी बताया गया। कथा के बाद 1008 साधक अपने सिर पर संजीवनी लेकर निकले तो पूरा शहर आनंद से भर गया। जुलूस का जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया। यह दृश्य देखकर सभी खुश हुए और जय श्री राम के नारे लगाए.
जुलूस में झांकियां, बैंड, कीर्तन मंडली, एनसीसी कैडेट आदि ने इसे आकर्षक बना दिया. शेष कथा तेमदाराई मंदिर में घटित हुई। कथा में विभिन्न स्थानों से संत पहुंचे। समिति में माधोदान देपावत, कैलाश दान, जयपाल मारू, हरिकिशन सेवग, शंकर दान बारठ आदि थे। शाम को लोगों ने हवन में आहुतियां दीं।