पांचवी बोर्ड के लिए पूरी हुई तैयारी, शिक्षक निभाएंगे एस्कॉर्ट की भूमिका
पेपर को नजदीकी पुलिस स्टेशन में रखा जाएगा
प्रश्नपत्र बाहर निकलने के डर से वितरण दिवस से पहले नजदीकी पुलिस थाने में लोहे की अलमारी में रखे जायेंगे। प्रश्नपत्र के पैकेटों को परीक्षा के दिन के अनुसार जांच कर अलमारी में व्यवस्थित कर सीलबंद रखा जाए। जिन परीक्षा केंद्रों के आसपास कोई पुलिस थाना या पुलिस चौकी नहीं है, तो उन्हें परीक्षा केंद्रों के प्रश्नपत्र उसी एक परीक्षा केंद्र में लोहे की अलमारी में सुरक्षा के साथ रखने होंगे। प्रश्नपत्रों की सुरक्षा की जिम्मेदारी अधीक्षक की होगी। इसके लिए वे केंद्र पर चौबीस घंटे कर्मियों की ड्यूटी लगाएंगे। अलमारी के दोनों ताले की चाबी केंद्राधीक्षक और अपर केंद्राधीक्षक के पास रहेगी। दोनों की मौजूदगी के बिना अलमारी नहीं खोली जा सकती.
और भी उपाय किये गये
लॉकर से प्रश्नपत्रों को निकालने और पुलिस स्टेशन से परीक्षा केंद्र तक सुरक्षित परिवहन को रिकॉर्ड करने के लिए अधीक्षक द्वारा एक रजिस्टर अनिवार्य रूप से बनाए रखा जाएगा। परीक्षा शुरू होने से 15 मिनट पहले पैकेट खोले जाएंगे। यदि किसी केंद्र पर परीक्षार्थियों की संख्या 500 से अधिक है तो लिफाफे 20 मिनट पहले खोले जा सकेंगे।
निजी स्कूलों में अधीक्षक सरकारी कर्मी होंगे
निजी विद्यालयों में स्थापित परीक्षा केंद्र का अधीक्षक उसी ब्लॉक के किसी सरकारी स्कूल के प्राचार्य, उप प्राचार्य एवं व्याख्याता को नियुक्त किया जायेगा. परीक्षा के दिन अतिरिक्त पर्यवेक्षक लगाने की व्यवस्था अधीक्षक द्वारा की जायेगी. जबकि शहरी परीक्षा केंद्रों पर ग्रामीण क्षेत्र के पर्यवेक्षकों की तैनाती नहीं की जायेगी. जिस दिन विषय की जांच होगी. उस दिन उस विषय के शिक्षक की पर्यवेक्षक या सुपरवाइजर के रूप में ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी।
संक्रमित छात्रों का अलगाव
यदि कोई परीक्षार्थी किसी संक्रामक रोग से पीड़ित है तो परीक्षा केंद्र पर उसकी बैठक की व्यवस्था अलग से की जाएगी। परीक्षा अवधि के दौरान परीक्षा केंद्र पर केवल केंद्राधीक्षक का मोबाइल फोन सक्रिय रहेगा. जबकि अन्य पर्यवेक्षकों के मोबाइल फोन बंद रखे जाएंगे।