
बीकानेर के खाजूवाला कस्बे में केवाईडी नहर की टेल तक पानी पहुंचाने की मांग को लेकर किसानों का आमरण अनशन मंगलवार को खत्म हो गया। किसानों ने आत्मदाह की चेतावनी दी थी, जिससे प्रशासन और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ी और वे किसानों की मांगों पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर हुए।
किसानों का अनशन
किसान लंबे समय से केवाईडी नहर की टेल तक पानी पहुंचाने की मांग कर रहे थे, ताकि सिंचाई के लिए पर्याप्त जल मिल सके। उन्होंने आमरण अनशन तब शुरू किया, जब उनकी मांगों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। इस दौरान किसान बेहद आक्रोशित थे और उन्होंने यह चेतावनी भी दी थी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे आत्मदाह कर सकते हैं।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
किसानों की आत्मदाह की धमकी के बाद प्रशासन और सिंचाई विभाग हरकत में आए और किसानों से बातचीत की। अधिकारियों ने किसानों की मांगों को मान लिया, जिसके बाद अनशन को समाप्त कर दिया गया। किसानों ने सिंचाई विभाग से पानी की आपूर्ति में सुधार और केवाईडी नहर की टेल तक पानी पहुंचाने की गаран्टी मांगी थी, जिसे विभाग ने स्वीकार कर लिया।
किसान आंदोलन की समाप्ति
किसानों की मांगों को मानने के बाद उनका आमरण अनशन समाप्त हो गया। इस दौरान दोनों पक्षों के बीच समझौता हुआ, और किसानों ने राहत की सांस ली। प्रशासन के आश्वासन के बाद किसानों ने अपनी जिद छोड़ दी और अनशन को समाप्त करने का फैसला लिया।
भविष्य में पानी की आपूर्ति
अब सिंचाई विभाग ने जल आपूर्ति में सुधार की बात कही है, ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो। विभाग के अधिकारियों ने किसानों से कहा है कि वे अपनी चिंताओं को साझा करें और विभाग समय रहते समस्या का समाधान करेगा।