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नई शिक्षा नीति का बड़ा कदम! 5वीं कक्षा तक बदलेगा सिलेबस, भारतीय सभ्यता और सांस्कृतिक मूल्यों से होगा बच्चों का परिचय

नई शिक्षा नीति का बड़ा कदम! 5वीं कक्षा तक बदलेगा सिलेबस, भारतीय सभ्यता और सांस्कृतिक मूल्यों से होगा बच्चों का परिचय

शिक्षा विभाग कक्षा एक से पांच तक के पाठ्यक्रम में बदलाव कर रहा है। नया पाठ्यक्रम इसी सत्र 2025-26 से लागू होगा। आरएससीईआरटी की ओर से इसी सत्र में नया पाठ्यक्रम और पुस्तकें जारी की जाएंगी। इसके अलावा कक्षा 6 से 11 तक का नया पाठ्यक्रम सत्र 2026-27 से लागू होगा। इसके अलावा कक्षा 10वीं और 12वीं का पाठ्यक्रम सत्र 2027-28 से बदला जाएगा। विभाग ने 15 मई से 31 अक्टूबर तक विस्तृत योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।

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गौरतलब है कि राज्य में स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव की कवायद पिछले सत्र से चल रही है। इसके लिए सरकार की ओर से पाठ्यक्रम संशोधन समिति का गठन किया गया था। समिति ने इस पर काम भी शुरू कर दिया था। कक्षा एक से पांच तक 100 फीसदी पाठ्यक्रम बदला जा रहा है। छह से 12वीं तक 20 फीसदी तक बदलाव किए जाएंगे।

इसलिए हो रहा बदलाव
विशेषज्ञों की मानें तो आज हमारे बच्चे जो पाठ्यक्रम पढ़ रहे हैं, वह युवाओं को देशभक्ति के लिए उतना प्रेरित नहीं कर रहा है। ऐसे में समिति छात्रों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पाठ्यक्रम में बदलाव करेगी। हालांकि कक्षा छह से 12वीं तक के पाठ्यक्रम में 20 फीसदी बदलाव होगा। पुस्तक लेखन के लिए 100 लेखकों की सूची तैयार की गई है। इसमें लोक कल्याण, संस्कृति, डिजिटल, साइबर, कंप्यूटर ज्ञान समेत अन्य बिंदुओं को पाठ्यक्रम में शामिल किया जा रहा है।

समय पर पहुंचें किताबें
पहले इस सत्र से कक्षा एक से पांच तक के पाठ्यक्रम में बदलाव को लेकर संशय था। वजह यह कि विभाग की ओर से इसकी घोषणा नहीं की गई थी। लेकिन अब विभाग ने इसी सत्र से बदलाव का फैसला लिया है। स्कूल संगठनों की मांग है कि सरकार पाठ्यक्रम में बदलाव कर समय पर किताबें पहुंचाए। नए बदलाव में किताबों में भारतीय सभ्यता, संस्कृति, सनातन धर्म को बढ़ावा देने वाले अध्याय जोड़े जाएंगे। इसके अलावा स्कूली छात्रों को नई तकनीक से जोड़ने वाले अध्याय भी शामिल किए जाएंगे। छात्रों को समय के अनुसार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, आईटी, उद्यमिता और अन्य विषय पढ़ाए जाएंगे। पाठ्यक्रम में छात्रों को भारतीय भोजन से भी परिचित कराया जाएगा। पाठ्यक्रम में ऐसे अध्याय जोड़े जाएंगे जो छात्रों में देशभक्ति की भावना जागृत करेंगे। यह बदलाव कक्षा 1 से 12वीं तक किया जाएगा।

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