
मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, अभी तक प्याज की महंगाई से राहत पूरी तरह से मिली भी नहीं है और आने वाले महीनों में अनाज और दालों की ऊंची कीमतों से सामना हो सकता है. अक्टूबर में दालों की थोक महंगाई दर बढ़कर 19.4 फीसदी दर्ज की गई, जबकि सितंबर में यह आंकड़ा 17.7 फीसदी था. अनाज और दालों की महंगाई की वजह चालू वित्त वर्ष में उत्पादन में कमी का अनुमान और अभी तक रबी फसल की बुआई के पिछड़ने को माना जा रहा है, हालांकि सरकार को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में रबी फसल की बुआई में सुधार हो सकता है, लेकिन ज्यादा सुधार की उम्मीद नहीं है.
15 में तेजी
विशेषज्ञों का मानना है कि दालों की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ अनाज और प्याज की निरंतर ऊंची कीमतों की वजह से आने वाले महीनों में खुदरा महंगाई में जो गिरावट का रुख है वह रुक सकता है. मंडियों के भाव के आधार पर नंवबर में प्याज और टमाटर के दाम में क्रमश: 59 फीसदी और 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दालों और अनाज की कीमतों में बढ़ोतरी की वजह से कुल महंगाई के आंकड़े बढ़ सकते हैं.
भोपाल न्यूज़ डेस्क !!!