Bhopal फ्रैक्चर! अब प्लेट-स्क्रू नहीं, एक छेद से इम्प्लांटएडवांस नेल इम्प्लांट से मरीजों को दर्द कम होगा, 4-5 दिन में अस्पताल से मिलेगी छुट्टी

मध्यप्रदेश न्यूज़ डेस्क, घुटने और कूल्हे के मल्टीपल फ्रैक्चर के इलाज में अब मरीजों को प्लेट व स्क्रू लगाने की जरूरत नहीं होगी. एक छोटा छेद कर इमेज इंटेसिफायर से हड्डी की वास्तविक स्थिति का पता चलेगा. फिर डॉक्टर इसी चीरे से एडवांस नेल इम्प्लांट करेंगे. स्किन-मसल्स काटने की जरूरत नहीं होगी.
मरीजों को दर्द कम होगा. उन्हें अस्पताल से 4-5 दिन में ही छुट्टी मिल जाएगी. अभी डिस्चार्ज होने में 15-20 दिन लगते हैं. दरअसल, यह सब एडवांस नेलिंग तकनीक से होगा. इसकी शुरुआत हमीदिया अस्पताल में हुई. दिल्ली एम्स के प्रो. विवेक त्रिखा, डॉ. कमरान फारूकी, शोलापुर के डॉ. बी. शिवशंकर, चंद्रपुर से डब्ल्यू गाडेगोन ने 45 मिनट में एडवांस नेलिंग तकनीक से 73 साल के बुजुर्ग के कूल्हे की सर्जरी की. एक महिला व एक पुरुष के शरीर में भी नेल इम्प्लांट किया.बायोडिग्रेडेबल इम्प्लांट पर रिसर्च
जीएमसी के एचओडी डॉ. सुनील टंडन ने इंडियन ऑर्थोपीडिक एसोसिएशन की एडवांस नेलिंग वर्कशॉप में कहा, कई रिसर्च चल रहे हैं. बायोडिग्रेडेबल इम्प्लांट पर काम चल रहा है. ऐसा हुआ तो क्रांति से कम नहीं होगी. इससे हड्डी के मरीजों को लगने वाली प्लेटें इम्प्लांट करने के बाद उन्हें दोबारा निकालने की जरूरत नहीं होगी. अभी इम्प्लांट के समय और बाद में निकालने के लिए सर्जरी करनी पड़ती है.
भोपाल न्यूज़ डेस्क !!!