Samachar Nama
×

वीडियो में देखें भीलवाड़ा-करेड़ा मार्ग पर बस पलटी, ग्रामीणों ने मिलकर ऐसे बचाई सैकड़ों की जान

वीडियो में देखें भीलवाड़ा-करेड़ा मार्ग पर बस पलटी, ग्रामीणों ने मिलकर ऐसे बचाई सैकड़ों की जान

भीलवाड़ा-करेड़ा मार्ग पर तेज रफ्तार और ओवरटेक के प्रयास के दौरान एक प्राइवेट बस बेकाबू होकर पलट गई। हादसे के तुरंत बाद आसपास के ग्रामीणों ने वीरता और त्वरित कार्रवाई का परिचय देते हुए बस में फंसे यात्रियों को सुरक्षित बाहर निकाला और बस को उठाकर नीचे दबे लोगों की जांच की।

हादसे के समय बस में करीब 50 से 55 यात्री सवार थे। जानकारी के अनुसार, बस सड़क के मोड़ पर ओवरटेक करने के प्रयास में अचानक नियंत्रण खो बैठी और पलट गई। इसके चलते दो दर्जन से अधिक यात्री घायल हो गए, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें नजदीकी अस्पताल में रेफर किया गया।

हादसे के बाद मौके पर लगभग 20 से 25 ग्रामीण पहुंचे। उन्होंने तुरंत बस के शीशे तोड़कर अंदर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। इसके बाद सभी ने मिलकर बस को हाथों से उठाया और यह सुनिश्चित किया कि कोई यात्री नीचे दबा हुआ तो नहीं है। इस बहादुरी और तत्परता के कारण बड़ी संख्या में यात्रियों की जान बच गई।

स्थानीय पुलिस और आपातकालीन सेवा मौके पर पहुंची और घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भेजा। घायल यात्रियों में कई को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि बस में बैठे यात्री और चालक सुरक्षित नहीं रहने के कारण हादसा हुआ।

पुलिस ने बताया कि बस का चालक ओवरटेक के दौरान तेज गति में था और मोड़ पर नियंत्रण खो बैठा। यह हादसा मार्ग पर वाहन गति और सड़क की मोड़दार परिस्थितियों के कारण हुआ। पुलिस ने बस चालक और संबंधित बस मालिक के खिलाफ जांच शुरू कर दी है।

स्थानीय ग्रामीणों की तत्परता और साहस के लिए उन्हें सराहना मिल रही है। हादसे के तुरंत बाद उनका सामूहिक प्रयास यात्रियों को सुरक्षित निकालने में निर्णायक साबित हुआ। ग्रामीणों ने बस को उठाकर यह सुनिश्चित किया कि कोई भी यात्री नीचे दबा हुआ नहीं है और सभी को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया।

विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे हादसे कई बार बढ़ी हुई गति और ओवरटेक की कोशिशों के कारण होते हैं। उन्होंने बस संचालकों और यात्रियों को चेतावनी दी है कि सड़क पर सुरक्षित दूरी बनाए रखना और गति पर नियंत्रण रखना आवश्यक है।

इस हादसे ने सड़क सुरक्षा और आपातकालीन प्रतिक्रिया की अहमियत को फिर से उजागर किया है। साथ ही, स्थानीय समुदाय की तत्परता और आपसी सहयोग ने यह साबित किया कि ऐसी परिस्थितियों में सामूहिक प्रयास से जान बचाई जा सकती है।

Share this story

Tags