भरतपुर से अस्थि विसर्जन करने गए 6 लोग गंगा में बहे, 4 को बचाया गया, 2 अब भी लापता

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले के उझानी क्षेत्र के कछला घाट पर अस्थियां विसर्जित करने आए भरतपुर के एक परिवार के छह सदस्य गंगा में डूब गए। यह दुर्घटना उस समय घटित हुई जब अस्थियों को नष्ट करने के बाद कुछ लोग पुनः नदी में नहाने गए। गोताखोरों की मदद से चार लोगों को बचा लिया गया, लेकिन दो किशोर अभी भी लापता हैं। भरतपुर के पीरनगर थानान्तर्गत चिक्सा निवासी अमरीश सिंह की छह दिन पहले मौत हो गई थी। इसके बाद करीब 35 परिजन उनकी अस्थियां विसर्जित करने कछला घाट पहुंचे।
दुर्घटना के बाद पुलिस और बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और लापता किशोरों की तलाश कर रहे हैं। परिवार की एक महिला की हालत गंभीर हो गई और उसे बदायूं के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना के बाद सभी महिलाओं को भरतपुर भेज दिया गया है, जबकि पुरुष सदस्य अभी भी वहीं रह रहे हैं। प्रशासन की निगरानी में तलाशी अभियान जारी है।
पूरा मामला क्या है?
भरतपुर के चिकसाना थाना क्षेत्र के पीरनगर गांव निवासी अमरीश सिंह की 6 दिन पहले मौत हो गई थी। उनके परिवार के सदस्यों के साथ गांव के 30 से 35 लोग अस्थि विसर्जन के लिए बदायूं के कछला घाट गए थे। अस्थियों को बिखराने के बाद अन्य लोग पुनः गंगा स्नान करने चले गए। तेज बहाव और गहराई का अंदाजा न होने के कारण 17 वर्षीय सुमित, 16 वर्षीय सुमीर, 20 वर्षीय दीवान, 18 वर्षीय मोनू, 21 वर्षीय गौरव और नीतू नामक महिला गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे।
दो लोग अभी भी लापता हैं।
घाट पर मौजूद गोताखोरों ने एक महिला समेत चार युवकों को बचा लिया; बाकी दो युवक पानी में डूब गए। सूचना पाकर मौके पर पहुंची उझानी थाना पुलिस गोताखोरों की मदद से लापता युवक की तलाश कर रही है। इस घटना के बाद परिजनों में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। महिलाएं देर रात गांव पहुंच गईं, लेकिन अभी तक कोई पुरुष नहीं आया था। जानकारी के अनुसार दीवान, मोनू, गौरव और नीतू को सुरक्षित निकाल लिया गया है। हालांकि, सुमित और सुमीर तेज बहाव में बह गए और उनका कोई सुराग नहीं मिला। उसकी तलाश जारी है।