बिहार न्यूज़ डेस्क प्रखंड कार्यालय के अंबेदकर सभा भवन में को प्रखंड प्रमुख सुधाकर मेहता की अध्यक्षता में पंचायत समिति की बैठक की गई. दोपहर 1200 बजे बैठक शुरू होते ही सदस्यों ने विकास योजनाओं के क्रियान्वयन में विभिन्न विभाग के अधिकारियों के उदासीन रवैये पर गरमा-गरम बहस शुरू कर दी.
सदस्यों ने कहा कि बछवाड़ा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में महज तीन दिन ही एक्स-रे की व्यवस्था है. सदस्यों ने अस्पताल में प्रतिदिन एक्स-रे की व्यवस्था के अलावा अल्ट्रासाउंड, सीटी स्कैन की व्यवस्था करवाने की मांग प्रभारी चिकित्सा अधिकारी के समक्ष रखी. सदस्यों ने कहा कि इस अस्पताल में एक महिला चिकित्सक व कोई सर्जन चिकित्सक की भी व्यवस्था नहीं है.रानी- एक के पंचायत समिति सदस्य सिकंदर कुमार ने कहा कि पंचायत में वार्ड संख्या- 1 से 7 तक नल जल योजना पूरी तरह ठप पड़ी हुई है. वार्ड संख्या- 15 में सड़क निर्माण के दौरान पेयजल आपूर्ति के लिए बिछाए गए सभी पाइप जहां- तहां उजड़े पड़े हुए हैं और पेय जलापूर्ति ठप है. उन्होंने कहा कि 8 साल से रेलवे की जमीन में बसे भूमिहीन परिवारों को पुनर्वासित नहीं किया जा रहा है. स्थानीय मुखिया गीता देवी ने कहा कि प्रखंड मुख्यालय स्थित आधार केंद्र में करीब तीन माह से आधार कार्ड बनाने का काम नहीं हो रहा है. इससे आमजनों की परेशानी बढ़ गई है. बिशनपुर के मुखिया उदय कुमार राय ने कहा कि उनके पंचायत में लगभग सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रहते हैं. दादुपुर पंचायत समिति सदस्य मिथिलेश कुमार ने कहा कि स्मार्ट मीटर लगाने पर 52 दिनों में उन्हें 5200 का बिल आया है. उन्होंने बिजली बिल में गड़बड़ी के मुद्दे को उठाया. सदस्यों ने मनरेगा की योजना की जांच के लिए प्रखंड स्तर पर एक जांच कमेटी गठित करने की मांग रखी.
बैठक में बीडीओ अभिषेक राज, सीओ प्रीतम कुमार गौतम, बीपीआरओ विश्वनाथ कुमार, मनरेगा पीओ सुबोध कुमार, जीविका के बीपीएम अभिजीत कुमार, मुखिया राकेश कुमार राय उर्फ बच्चा बाबू आदि थे.
वादों को ऑनलाइन निपटाने से होगी सहूलियत
कार्यालय अवस्थित वीडियो कान्फ्रेसिंग हॉल में अधिकारियों, कर्मियों, ग्राम कचहरी सचिवों व न्याय मित्रों की संयुक्त बैठक गुरूवार को हुई. अध्यक्षता बीपीआरओ निधि प्रिया ने की. उन्होंने कहा कि ग्राम कचहरी में आये वाद का पूर्व में ऑफलाइन निष्पादन किया जाता था.
इससे ग्राम कचहरी में आये मामले, निष्पादित मामले व पेंडिंग मामले का आंकड़ा विभाग को नहीं पता चल पाता था. ग्राम कचहरी के मामले को पारदर्शी बनाने हेतु इसे ई-ग्राम कचहरी में परिणत किया गया है. इस पोर्टल पर ग्राम कचहरी में आये मामले को ऑनलाइन आवेदन करना होगा. इसकी वस्तुस्थिति की अद्यतन स्थिति की जानकारी विभाग तथा अन्य को एक क्लिक में उपलब्ध हो जाएगी. इसकी जिम्मेदारी ग्राम कचहरी सचिव तथा पंचायत के कार्यपालक सहायक की होगी. इस पोर्टल पर कार्य करने के तौर-तरीके को भी बताया गया.
भागलपुर न्यूज़ डेस्क

