Bhagalpur कुंडी टोला के लोग हर बारिश में झेलते हैं फजीहत, दो से तीन महीने तक पूरे मोहल्ले में जमा रहता है पानी, बारिश में यहां के लोगों का घरों से निकलना हो जाता है मुश्किल

बिहार न्यूज़ डेस्क नगर निगम वार्ड नंबर 12 में नाथनगर कुंडी टोला के लोग बारिश में जो फजीहत झेलते हैं, वह किसी जलालत से कम नहीं है. तीन महीने तक पूरे इलाके में पानी भरा रहता है. मंदिर से लेकर लोगों के घरों तक में कमर भर पानी भर जाता है. काम पर जाना हो या बाजार जाना हो, उसी जलजमाव के बीच से जाना पड़ता है.
लंबे दिनों तक यह स्थिति रहने के कारण लोग कई बीमारियों से ग्रस्त हैं. किसी के पैर में पकोही घाव हो गया है तो किसी को त्वचा की बीमारी हो गई है. घर में लगे हैंडपंप और बोरिंग से गंदा पानी निकलता है जिससे लोगों को पेट की बीमारी से भी परेशानी होती है.
पहुंची तो लोग घरों से निकलकर अपने-अपने मोबाइल से वीडियो और जलजमाव के दौरान वहां की स्थिति बयां करने लगे. लोगों ने बताया कि पार्षद, मेयर, डिप्टी मेयर, नगर आयुक्त, विधायक, डीएम, कमिश्नर सबको पत्र देकर थक गए हैं. कोई इसका समाधान नहीं कर रहा है. स्थानीय निवासी शारदा देवी और सरोज देवी ने बताया कि बारिश के दिनों में नीचे खेतों में पानी भर जाता है तो रतना बाबा मंदिर में पूजा करने नहीं जा सकते हैं. घर के सामने जो नाली बनी है उससे पानी नहीं निकलता है. वहीं संजय साह ने बताया कि बारिश के दौरान कमर भर पानी तीन से चार महीने तक जमा रहता है. फसल बर्बाद हो जाती है और सबसे बड़ी दिक्कत लोगों को आने-जाने में होती है. इसी मोहल्ले के पंकज कुमार यादव ने जिलाधिकारी के नाम दिए आवेदन और जलजमाव का फोटो दिखाते हुए वहां की विवशता बतायी. उन्होंने कहा कि हर जनप्रतिनिधि और हर अफसर के पास जाकर थक गए हैं. जब मिलने जाते हैं तो नेता और अधिकारी हमारी तकलीफों पर हां में हां मिलाते हैं और सामाधान के लिए आश्वस्त करते हैं. लेकिन आज तक यहां के पानी की निकासी के बारे में कोई योजना नहीं बनी. साधना देवी ने बताया कि उनका घर रतन बाबा स्थान के पास ही है. बारिश के बाद घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. राजकुमार ने बताया कि पिछले साल मेयर और डिप्टी मेयर दोनों यहां पहुंचे थे. पानी निकालने के लिए पंपिंग सेट लगाया गया लेकिन आधा अधूरा ही काम रहा. कुंडी टोला के रतन बाबा स्थान पर मोहल्ले के लोग सामान्य दिनों में आकर बैठते हैं. बातचीत करते हैं. लेकिन बारिश के दिनों में लोग अपने घरों में कैद हो जाते हैं. पास के घर से लोगों का भी आना मुश्किल हो जाता है. लोग यहां आकर पूजा-पाठ नहीं कर पाते हैं.
भागलपुर न्यूज़ डेस्क