बिहार न्यूज़ डेस्क बालू-गिट्टी के अवैध खनन और गलत तरीके से परिवहन को रोकने के लिए प्रदेश में सबसे अधिक छापेमारी भागलपुर में की गई है.
हालांकि छापेमारी के हिसाब से दंड स्वरूप राजस्व वसूली के मामले में भोजपुर (आरा) और सारण (छपरा) से पीछे रह गए. खान एवं भूतत्व विभाग ने जारी चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 की छमाही रिपोर्ट में इसका जिक्र किया है. एक अप्रैल से 30 सितंबर तक भागलपुर में 856 छापेमारी हुई. जिसके एवज में 742.32 लाख की दंड स्वरूप राजस्व की वसूली हुई. वहीं इन छह माह में सारण में 662 और भोजपुर में 835 छापेमारी हुई. सबसे कम छापेमारी 53 व दंड राजस्व वसूली 25.70 लाख शिवहर से हुई है. भागलपुर के प्रभारी सहायक निदेशक सह खनिज विकास पदाधिकारी केशव कुमार पासवान ने बताया कि बॉर्डर क्षेत्र होने की वजह से झारखंड से गिट्टी व बालू को गलत तरीके से ले जाने से रोकने के लिए निरंतर अभियान चलाया गया. जिससे सफलता मिली है. छमाही रिपोर्ट के मुताबिक भोजपुर ने सर्वाधिक 1,440.60 व सारण ने 1,158.43 लाख राजस्व के वसूले. बताया गया कि भोजपुर और सारण ने न्यायालय के आदेश पर सर्वाधिक वसूली की है. सारण विभाग से मिले दंड के रूप में अवैध खनन और परिवहनकर्ताओं से एक रुपया भी नहीं वसूल पाया. सारण का राजस्व सिर्फ न्यायिक आदेश पर हुई है. रिपोर्ट के मुताबिक, छह माह में प्रदेश में कुल 13,113 छापेमारी कराई गई. इनमें 1,917 पर एफआईआर हुई. 774 लोगों को गिरफ्तार किया गया. वहीं 6,514 वाहनों की जब्ती हुई है. कोर्ट के आदेश पर 3,385.50 लाख और विभाग से मिले दंड स्वरूप 5,028.81 लाख रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. छह माह में सिर्फ पेनाल्टी मद में 8,414.31 लाख रुपये की वसूली की गई है.
अवैध खनन, परिवहन और भंडारण को रोकने के लिए कई विभागों द्वारा संयुक्त छापेमारी अभियान चलाया गया है. जिससे यह सफलता मिली है.
- डॉ. नवल किशोर चौधरी, समाहर्ता
कार्रवाई
● भागलपुर में 856 छापेमारी हुई, 742.32 लाख की दंड वसूली
● बीते छह माह में सारण में 662 व भोजपुर में 835 छापेमारी हुई
● भोजपुर ने सर्वाधिक 1440.60 और सारण ने 1158.43 लाख वसूले
भागलपुर न्यूज़ डेस्क