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Bhagalpur पांच नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों का विलय

Bharatpur  जिले के 33 विद्यालयों को महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम में क्रमोन्नत किया गया

बिहार न्यूज़ डेस्क प्रखंड क्षेत्र के छह भूमिहीन व भवनहीन नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों में से पांच नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों को विभाग द्वारा दूसरे विद्यालय में मर्ज कर दिया गया है.

वहीं एक विद्यालय को मर्ज नहीं किये जाने से विभाग की गलत कार्यशैली पर लोग उंगली उठा रहे हैं. विभागीय कर्मी ने बताया कि भूमि व भवन के अभाव में विभाग ने यह यह कदम उठाया है. मालूम हो कि एक किलोमीटर से अधिक दूरी वाले बसावट क्षेत्र के बच्चों को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए वर्ष 2006 में इन विद्यालयों की स्थापना की गई थी. सरकार की नीति के कारण अपने स्थापना के 18 वर्षों बाद भी भूमिहीन व भवनहीन ऐसे नवसृजित प्राथमिक विद्यालयों का संविलियन शिक्षक इकाई सहित भवन युक्त विद्यालयों में कर दिया गया. इस कारण सरकार द्वारा एक किलोमीटर के भीतर प्राथमिक विद्यालय का नीतिगत फैसला भी विभाग के इस आदेश से धराशाई हो गया. संविलियन के बाद उस पोषक क्षेत्र के बच्चे एक किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर दूसरे विद्यालय में जाने को मजबूर होंगे. विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार खोदावन्दपुर प्रखंड के छह भूमिहीन व भवनहीन प्राथमिक विद्यालय जो वर्तमान में किसी अन्य भवन युक्त मध्य विद्यालय में संबद्ध होकर संचालित हो रहे हैं. उनका संविलियन शिक्षक इकाई सहित संबंधित मध्य विद्यालय में किया गया है. इस क्रम में मेघौल पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय भीड़ बाबा स्थान धर्मगाछी का संविलियन मध्य विद्यालय मेघौल में किया गया है. इसी प्रकार बरियारपुर पश्चिमी पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय मटकोरा बरियारपुर पश्चिमी का संविलियन मध्य विद्यालय ताराबरियारपुर में, दौलतपुर पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बेगमपुर पट्टी का संविलियन उत्क्रमित मध्य विद्यालय मोहनपुर, सागी पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय बक्सन टोल सागी का संविलियन उत्क्रमित मध्य विद्यालय सागी डीह तथा फफौत पंचायत के नवसृजित प्राथमिक विद्यालय फफौत पश्चिम का संविलियन प्राथमिक विद्यालय फफौत पूर्वी भाग में शिक्षक इकाई सहित किया गया है. वहीं सागी पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय सागी उर्दू में संचालित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय इस्मैला सागी का संविलियन नहीं किए जाने से लोगों में विभाग की दोरंगी नीति के प्रति क्षोभ देखा जा रहा है.

इस मुद्दे को लेकर कई लोगों द्वारा हस्ताक्षरित पत्र शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव को भेजकर विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की गई है.

 

भागलपुर न्यूज़ डेस्क

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