
बिहार न्यूज़ डेस्क गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर (जीआरएसएसवीएम) नरगाकोठी को सैनिक स्कूल के रूप में चयनित किया गया है. देश भर में 23 स्कूलों को मिली मान्यता में बिहार के एकमात्र इस स्कूल का चयन किया गया है. इसे पीपी मोड पर चलाया जायेगा.
सैनिक स्कूल के रूप में चयनित करने के लिये भागलपुर में पहली बार तीन फरवरी 2022 को निरीक्षण किया गया था. जिसमें कुछ सुधार के लिये कहा गया था. दूसरी बार 2022 के अंत में जांच की गई थी. जीएसएसवीएम के प्रधानाचार्य नीरज कौशिक ने बताया कि सैनिक स्कूल के लिये जो शर्तें थी वह सब हमारा विद्यालय पूरा कर रहा था. हालांकि उन्होंने कहा कि अभी उन्हें इसकी कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.
अलग से पढ़ाया जायेगा छात्रों को सैनिक स्कूल में चयनित छात्रों को अलग से पढ़ाया जायगा जिन्हें उसी स्कूल के शिक्षक पढ़ायेंगे. इन शिक्षकों को अलग से प्रशिक्षण के लिये भेजा जायेगा. इन छात्रों का रोजाना कम से कम 10 घंटे का कार्यक्रम होगा. यह विद्यालय आवासीय होगा. इस सैनिक विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की फीस भी अन्य छात्रों से अधिक होगी. यहां सामान्य छात्रों की फीस करीब 35 हजार सालाना है. जबकि सैनिक स्कूल वाले गैर आवासीय छात्रों की 1.51 लाख और आवासीय वालों का 1.95 लाख रुपये सालाना होती है.
कैसे होगा नामांकन
पहले से चयनित केशव विद्या मंदिर पटना के प्रधानाध्यापक देवानंद दूरदर्शी ने बताया कि स्कूल में नामांकन राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा. इन स्कूलों में छठी और नौवीं में नामांकन होता है. इसमें उन्हीं का नामांकन होगा जो प्रवेश परीक्षा में चयनित होते हैं.
भागलपुर न्यूज़ डेस्क