बिहार न्यूज़ डेस्क बिहार के पर्यटन स्थल अब पहचान के मोहताज नहीं होंगे. देश-दुनिया के लोग राज्य के कोने-कोने के पर्यटन स्थलों की खासियत से परिचित होंगे. कैबिनेट से मंजूरी के बाद पर्यटन विभाग ने पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग तेज कर दी है. जल्द ही गाइडलाइन जारी की जाएगी.
बिहार पर्यटन ब्रांडिंग एवं मार्केटिंग नीति 2024 के तहत पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग के लिए कई प्रयास शुरू किए जा रहे हैं. राज्य के सुदूर प्रखंडों एवं कस्बों के गुमनाम पर्यटन स्थलों की महत्ता देश-दुनिया को बताई जाएगी. इसमें सोशल मीडिया, यू ट्यूबर आदि की भी मदद ली जाएगी. स्थानीय लोगों के सहयोग से सुदूर प्रखंडों के पर्यटन स्थलों के बारे में शोधपरक सामग्री इकट्ठा की जाएगी. उसके बाद उसकी ब्रांडिंग, प्रचार-प्रसार के लिए वेबसाइट, वेब पोर्टल और अन्य डिजिटल माध्यमों का उपयोग किया जाएगा. इसके अलावा सार्वजनिक स्थलों जैसे हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशनों के अलावा ट्रेन-प्लेन के अंदर भी पर्यटन स्थलों की ब्रांडिंग होगी. मेला-महोत्सवों में प्रचार-प्रसार होगा. राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित टूर एवं ट्रैवल मार्ट में भागीदारी की जाएगी. प्रतियोगिताएं, स्क्रीप्ट राइटिंग, रील मेकिंग, फोटोग्राफी, क्विज प्रतियोगिता, कार-बाइक रैली आदि का भी आयोजन किया जाएगा.
बिहार पर्यटन का लोगो भी बनेगा : बिहार पर्यटन के लिए लोगो भी बनाया जाएगा. ब्रांड अंबेसडर नियुक्त किए जाएंगे. चर्चित कलाकार, अभिनेता आदि में से ब्रांड अंबेसडर का चयन किया जाएगा. अभी कई राज्यों के अपने ब्रांड अंबेसडर हैं.
पर्यटन गीत बनेगा : वर्तमान में बिहार पर्यटन का अपना कोई गीत नहीं है. नई नीति के तहत बिहार पर्यटन गीत भी तैयार किया जाएगा. गीत में बिहार के पर्यटन स्थलों की खासियत और खूबसूरती बयां की जाएगी.
गीत तैयार करने, उसके गायन और अभिनय के लिए बिहार से जुड़े कलाकारों को प्राथमिकता दी जाएगी.
बिहार को आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं प्राकृतिक पर्यटन के केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा. नई नीति से बिहार पर्यटन की देश-दुनिया में ब्रांडिंग होगी. अपना ब्रांड अंबेसडर और लोगो होगा. पर्यटन गीत का निर्माण, सोशल मीडिया इन्फ्लूएंसर का प्रभावी प्रयोग सहित अन्य निर्णयों से बेहतरीन ब्रांडिंग का मार्ग प्रशस्त होगा.
- नीतीश मिश्रा, पर्यटन मंत्री
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