![Mandi प्रचंड गर्मी…पंखे के नीचे भी छूटने लगा पसीना, मंडी में रविवार को पारा 40 डिग्री](https://samacharnama.com/static/c1e/client/79965/uploaded/e0d02f95b440ce660d0fa811ae9dff3b.jpg?width=730&height=480&resizemode=4)
बिहार न्यूज़ डेस्क आमलोग व पशु-पक्षी भी बेहाल हैं. वहीं दूसरी तरफ भीषण गर्मी से प्रखंड क्षेत्र के तालाब, पोखर, जलकर व ताल-तैलिया आदि सूखने के कगार पर हैं. भूमिगत जलस्तर जिस प्रकार तेजी से नीचे जा रहा है. उससे आशंका जताई जा रही है कि जल्द ही पर्याप्त मात्रा में वर्षा नहीं हुई तो आमलोगों को जल संकट से जूझना पड़ सकता है.
इसका प्रभाव अभी से खेती-बाड़ी करने वाले किसान, मछली पालन कर जीविका चलाने वाले मछुआरे व पेयजल पर निर्भर आमलोगों के बीच देखने को मिल रहा है. हालात ऐसी परिस्थिति तक पहुंच गई है कि 200 से 0 फीट की लेयर पर गड़ी बोरिंग भी अब जबाब देने लगा है. पंचायतों में लगे नल-जल की पानी टंकी व सरकारी नलकूप नकारा साबित हो रहा है.
भूमिगत जलस्तर के नीचे जाने से पानी पर आश्रित लोग मानसून आने की टकटकी लगाए आसमान की ओर निहार रहे हैं. जानकारी के अनुसार प्रखंड के नारायणपीपर, परोड़ा, शाहपुर, अमारी, सावंत, मालपुर समेत अन्य गांवों से भूमिगत जलस्तर के काफी नीचे चला गया है. इसके चलते सरकारी व निजी चापाकल, बोरिंग के अलावा नल-जल योजना के प्रभावित होने से जलसंकट की समस्या लोगों को डरा रही है.
आमलोगों के अलावा किसानों की फसलें भी तीखी धूप से झुलस रही है. इससे निपटने के लिए प्रशासनिक व्यवस्था भी पूरी तरह फेल दिख रही है. आकड़ों पर नजर डाला जाए तो कावर परिक्षेत्र के अलावा लगभग सभी पंचायतों में किसान फिलहाल प्रमुखता से गन्ना, सब्जी व पशुचारा की खेती कर रखे हैं. इस परिस्थिति में वे काफी जद्दोजहद कर अपने फसलों को बचाने की कोशिश में जुट मॉनसून के आगमन की प्रतीक्षा कर रहे हैं.
बेगूसराय न्यूज़ डेस्क