
बिहार न्यूज़ डेस्क प्रखंड की मालीपुर पंचायत स्थित बहियार में लगा राजकीय नलकूप दो वर्षों से ठप है. इसके कारण किसानों को निजी नलकूप के सहारे महंगे दामों पर पटवन करना पड़ रहा है स्थानीय किसान रंजीत कुमार सिंह ने बताया कि ट्यूबवेल बंद रहने से 400 बीघा उपजाऊ भूमि पर खेती प्रभावित हो रही है.
किसान सुरेश साहू, दयानंद राय, पन्नू यादव आदि ने बताया कि ट्यूबवेल का मोटर भी ठीक है और बिजली के लिए ट्रांसफार्मर भी लगा हुआ है लेकिन सबसे बड़ी समस्या चैनल को लेकर है. जगह-जगह नाला टूट चुका है. फलस्वरूप पटवन का कार्य नहीं हो पा रहा है. इस नलकूप से गारा बहियार, मैनका बहियार, मछारय हियार, चौरी बहियार तक पटवन होता था जिससे यहां के किसानों को सिंचाई से काफी फायदा मिलता था. स्थानीय किसानों ने बताया कि दो साल से ऑपरेटर भी नहीं है.
इसी तरह मोरतर और मालीपुर से दौलतपुर जाने वाले रास्ते में पूर्व के उर्दू मकतब मालीपुर के समीप नलकूप बेकार पड़ा है. किसान बिनो पाठक ने बताया कि लघु सिंचाई विभाग के अधीन राजकीय नलकूप की स्थिति दयनीय बनी हुई है.
लाखों खर्च के बावजूद भी इससे किसानों को कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है. वर्तमान में किसानों को निजी नलकूप के सहारे महंगे दामों पर दो सौ रुपये प्रति घंटा की दर से पटवन करना पड़ रहा है.
बेगूसराय न्यूज़ डेस्क