
उत्तरप्रदेश न्यूज़ डेस्क छह माह तक नदी तट संरक्षण के लिए वृक्षमाला अभियान चलेगा. अभियान का शुभारंभ मार्च से होगा, जिसका समापन अगस्त में होगा. मनरेगा के सहयोग से चलने वाले अभियान में नदी तट के किनारे स्थित सभी ग्राम पंचायतों की भागीदारी होगी. सीडीओ ने सभी बीडीओ को इस संबंध में कार्य योजना बनाने को कहा है.
सीडीओ डॉ. राजेश कुमार प्रजापति ने सभी बीडीओ और कार्यक्रम अधिकारी मनरेगा को भेजे पत्र में कहा है कि आजादी के अमृत महोत्सव के तहत एक मार्च से 15 अगस्त 2023 तक प्लांटेशन ड्राइव ‘वृक्षमाला’ नदी तट संरक्षण अभियान चलेगा. नदियों के किनारे के मृदा अपरदान को रोकने के साथ नदियों के आसपास वृहद वृक्षों की छाया सुनिश्चित किया जाना है. सीडीओ ने सभी बीडीओ को वृक्षमाला अभियान के तहत चार बिन्दुओं को ध्यान में रखते हुए कार्ययोजना तैयार करने का निर्देश दिया है. मार्च से लेकर अप्रैल 2023 के बीच ग्राम पंचायत भवन, सोशल मीडिया, बैनर, पोस्टर, लाउडस्पीकर से जागरूकता अभियान चलाया जाए.
अगस्त में वृक्षमाला नदी तट संरक्षण महाअभियान के तहत नदी तट पर स्थित सभी ग्राम पंचायतों में वृहद रूप से पौधरोपण कराया जाना है. सीडीओ ने सभी बीडीओ से कहा है कि वह नदी तट पर स्थित सभी ग्राम पंचायतों का सर्वे कराते हुए निर्धारित अवधि में पौधरोपण के लिए आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करावें.
बस्ती न्यूज़ डेस्क